वरीय संवाददाता, धनबाद,
झारखंड राज्य कृषि विपणन पर्षद की ओर से हृदयाघात के उपरांत प्राथमिक उपचार संबंधित एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर मंगलवार को बरवाअड्डा स्थित कृषि बाजार उत्पादन समिति में लगाया गया. इसमें स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों ने कृषि बाजार के व्यापारियों को हर्ट अटैक आने पर कार्डियोपल्मोनरी रिसक्सिएशन (सीपीआर) का प्रशिक्षण दिया गया. स्वास्थ्य विभाग के नॉन कम्युनिकेबल डिजिज सेल की प्रभारी डॉ मंजू दास, डॉ विकास राणा समेत अन्य ने उपस्थित व्यापारियों को प्रशिक्षण प्रदान किया. हर्ट अटैक आने के संकेत, लक्षण व बचाव के बारे में व्यापारियों को पीपीटी के माध्यम से विस्तार से बताया गया. साथ ही सीपीआर देने के तरीके के बारे में बताया गया. डॉ मंजू दास ने कहा कि सीने में किसी तरह के दर्द को हल्के में न लें. दर्द हृदयघात भी हो सकता है. अचानक पसीना आना, सीने में हल्का अथवा तेज दर्द, बेचैनी हृदयघात के लक्षण हो सकते हैं. ऐसे में जरूरी है कि कुछ खास बातों का ध्यान रखें और संभव हो तो फौरन अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र व अस्पताल पहुंचकर इलाज करायें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है