छातापुर.
लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण पटना के अपर सचिव संजीव कुमार विभागीय टीम के साथ मंगलवार को छातापुर पहुंचे. टीम द्वारा जल आपूर्ति क्षेत्र में जाकर हर घर नल का जल के संदर्भ में पूछताछ की की गयी. जहां ग्रामीणों ने जलापूर्ति की हकीकत बताते योजना के उद्देश्य की पोल खोल दी. टीम में अपर सचिव के अलावे पूर्णिया प्रक्षेत्र के मुख्य अभियंता रामचंद्र पांडेय, पटना मुख्यालय के कार्यपालक अभियंता आलोक प्रताप, सहायक अभियंता विक्षेप के अलावे कार्यपालक अभियंता सुपौल विपुल कुमार नंदन, सहायक अभियंता, जेइ लालबाबू साह आदि मौजूद थे. जानकारी के बाद बीडीओ रितेश कुमार सिंह भी स्थल पर पहुंचे. वार्ड संख्या 12 एवं 13 पहुंची टीम ने नल के जल की जांचकर गुणवत्ता को परखा, तत्पश्चात टीम द्वारा जलापूर्ति को लेकर ग्रामीणों से भी फीडबैक लिया गया. जहां ग्रामीणों ने बताया कि अधिकांश घरों के सामने कनेक्शन तो दे दिया गया. परंतु जलापूर्ति की अवधि में भारी अनियमितता रहती है. अनियमित रूप से आपूर्ति की जा रही पानी पीने के योग्य भी नहीं रहता है. जिसके बाद अपर सचिव व मुख्य अभियंता मौके से निकल गये. टीम के अन्य सदस्य अभियंताओं के साथ पंप हाउस पहुंचे और पंप संचालक से आवश्यक पूछताछ की. पंप हाउस में भी पानी की जांच की गयी. निरीक्षण व पानी की जांच के दौरान टीम के सदस्य असंतुष्ट नजर आ रहे थे. ग्रामीणों की मानें तो टीम के निरीक्षण की जानकारी पंप संचालक को तीन चार दिन पूर्व ही मिल गई थी. नतीजा रहा कि जो भी गड़बड़ी थी उसे आनन फानन में दुरूस्त कर लिया गया. लेकिन जल के गुणवत्ता को बदला नहीं जा सका. पंप हाउस में लगे बोर्ड के अनुसार यहां से वार्ड संख्या 11,12,13 एवं 14 के परिवारों को पीने का पानी आपूर्ति किया जाना है. चारों वार्ड में 25 से 26 किलोमीटर तक पाइप लाइन बिछाकर हर घर नल का जल पहुंचाना है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है