चानन. लखीसराय जिला के नक्सल थाना बन्नूबगीचा क्षेत्र अंतर्गत एक ऐसा गांव है, जहां एक भी विद्यालय नहीं है. जिस कारण गांव के बच्चे पढ़ाई के लिए दूर दूसरे गांव जाते हैं या फिर पढ़ाई ही नहीं करते हैं. प्राप्त जानकारी के अनुसार सूर्यगढ़ा प्रखंड के बुधौली बनकर पंचायत के न्यू बरमसिया कोड़ासी में लगभग दो सौ घर हैं. इस गांव में एक भी विद्यालय नहीं है और न ही कोई सामुदायिक भवन ही है. इस गांव में नल-जल योजना के तहत पानी की टंकी तो गयी है. जिससे बिजली रहने पर पानी मिल जाता है, लेकिन यदि बिजली नहीं रही तो मात्र एक चापाकल के भरोसे ही लोगों को गुजारा करना पड़ता है. बताया जाता है कि चापाकल का पानी पीने लायक नहीं है, जिसे पीने से बच्चे अक्सर बीमार हो जाते हैं. स्थानीय लोगों ने बताया कि गांव में स्कूल के साथ ही एक भी सामुदायिक भवन भी नहीं है. जिससे गांव में किसी तरह का वैवाहिक या अन्य कार्यक्रम होने पर किसी पेड़ के नीचे ही स्वागत करने की मजबूरी रहती है. गांव के लोगों का मुख्य पेशा मजदूरी करना है. इसके पास अपनी जमीन भी नहीं है, जिसमें वह खेती कर सकें. या यूं कहें कि यहां सिर्फ समस्या ही समस्या है. स्थानीय गुजा कोड़ा, शिकारी कोड़ा, लालो कोड़ा, रामस्वरूप कोड़ा, द्वारिका कोड़ा, सहादुर कोड़ा, पैरू कोड़ा, मनोज कोड़ा, रूबिया देवी, बसंती देवी, दुखनी देवी आदि ने बताया कि उन लोगों को अब अपनी चिंता नहीं है बल्कि बच्चों की चिंता सता रही है कि उनके बच्चे शिक्षा से वंचित हो रहे हैं. तीन माह पूर्व कोई शिक्षक यहां आकर पढ़ाते थे, जो अब नहीं आ रहे हैं. इस गांव के बच्चे पढ़ाई छोड़ दिये हैं. उनलोगों की मांग है कि स्कूल के साथ ही गांव में एक दो कुआं बन जाता तो अच्छा रहता. ग्रामीणों ने बताया कि कई बार जिला प्रशासन के लोग आते हैं और चले जाते हैं, लेकिन किसी ने आज तक कुछ दिलाने का काम नहीं किया.
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