नीरज कुमार, गया. शहर में बिजली चोरी रुकने का नाम नहीं ले रहा है. वर्तमान में इस शहर में करीब 1.20 लाख उपभोक्ता हैं. इन उपभोक्ताओं द्वारा प्रतिदिन औसतन 140 मेगावाट बिजली की खपत की जा रही है. जबकि विभाग का कहना है कि इनमें से करीब 70 प्रतिशत यानी केवल 98 मेगावाट का ही बिलिंग हो रहा है. शेष 30 प्रतिशत यानी करीब 42 मेगावाट बिजली की प्रतिदिन चोरी हो रही है. मालूम हो कि बिजली की चोरी को रोकने के लिए कंपनी द्वारा पूरे शहर में विशेष छापेमारी के साथ-साथ प्राथमिकता के आधार पर प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाये जा रहे है. अब तक शहरी क्षेत्र में करीब 50 हजार स्मार्ट मीटर लगाये जा चुके हैं. इसके बाद भी प्रतिदिन बड़े पैमाने पर बिजली की चोरी अब भी हो रही है. शहर में प्रति माह करीब 12.60 लाख यूनिट बिजली की चोरी हो रही है. जानकारी के अनुसार एक मेगावाट में एक हजार यूनिट होता है. यानी प्रतिदिन 42 हजार यूनिट की चोरी की जा रही है. इसके अनुसार प्रत्येक माह करीब 12.60 लाख यूनिट बिजली की चोरी की जा रही है. साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के शहरी क्षेत्र के कार्यपालक अभियंता प्रेम कुमार प्रवीण ने बताया कि शहर में हो रही बिजली की चोरी को रोकने के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है. इस छापेमारी में प्रत्येक माह औसतन डेढ़ सौ उपभोक्ता बिजली चोरी करते पकड़े जा रहे हैं. इन उपभोक्ताओं के खिलाफ संबंधित पुलिस थाने में प्राथमिकी भी दर्ज करायी जा रही है. उन्होंने बताया कि ऐसे उपभोक्ताओं से विधि सम्मत जुर्माना भी वसूल किया जा रहा है. कार्यपालक अभियंता श्री प्रवीण ने कहा कि सभी उपभोक्ताओं के यहां प्रीपेड स्मार्ट मीटर लग जाने के बाद बिजली चोरी की घटना में काफी कमी आने की उम्मीद है.
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