कटिहार. बेहतर संरक्षा के लिए पूर्वोत्तर सीमा रेलवे अपने बुनियादी संरचनाओं पर निरंतर निगरानी रखने को लेकर कटिहार सहित अन्य रेल मंडलों में क्लैंप टाइप लॉकिंग के साथ थिक वेब स्विच प्वाइंट मशीनें स्थापित की हैं. इससे बुनियादी संरचना उन्नत व तकनीक उन्नत हुई है. बताते चले कि ट्रेन यात्रा को सकुशल और सुरक्षित बनाने के लिए रेलवे बुनियादी संरचना को तकनीकी रूप से उन्नत कर रही है. आधुनिक संचार प्रणालियों का उपयोग चालकों और संचालकों को दृश्य सूचना प्रदान कर ट्रेन की आवाजाही को नियंत्रित करने के लिए किया जा रहा है. अप्रैल माह के दौरान, पूर्वोत्तर सीमा रेलवे ने पूरे जोन के कटिहार रेलवे स्टेशन सहित चौबीस स्टेशनों पर क्लैंप टाइप लॉकिंग के साथ थिक वेब स्विच प्वाइंट मशीनें स्थापित की है.
डेटा लाॅगर की स्थापित 14.715 किमी नये सिग्नलिंग केबल बिछाया
कई संरक्षा उपकरणों की इलेक्ट्रॉनिक मॉनिटरिंग ऑपरेशन के लिए कटिहार मंडल के पावाखाली स्टेशन पर डेटा लॉगर स्थापित कर चालू किये गये हैं. समपार फाटकों पर संरक्षा बढ़ोतरी के लिए रंगिया मंडल में छह समपार फाटकों पर इलेक्ट्रिक लिफ्टिंग बैरियर को बदल दिया गया. तिनसुकिया, लामडिंग, रंगिया और कटिहार मंडल के विभिन्न स्टेशनों पर 14.715 कि.मी. नए सिग्नलिंग केबल बिछाए गये है.916 सिगनलिंग बैट्रियां भी बदली गयी
रेलवे परिसंपत्तियों को किसी भी तरह के नुकसान से बचाने के लिए संरक्षा उपायों के एक हिस्से के रूप में जोन के 10 स्थानों पर ऑटोमेटिक फायर डिटेक्शन एंड अलार्म सिस्टम चालू की गयी है. पूर्वोत्तर सीमा रेलवे के 32 समपार फाटकों पर सिस्टम प्रामाणिकता परीक्षण किये गये. सुरक्षा उपकरणों की बेहतरी के लिए सभी पांच मंडलों में विभिन्न क्षमताओं की कुल 916 सिग्नलिंग बैटरियां भी बदली गयी है. मुख्य जनसंपर्क पदाधिकारी सब्यसाची डे ने कहा कि रेलवे प्रणाली में बुनियादी संरचनाओं का उन्नयन ट्रेनों के सुरक्षित संचालन को सुनिश्चित करता है. , .डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है