कोलकाता.आरामबाग लोकसभा क्षेत्र पर नजर डालें तो इसके छह विधानसभा क्षेत्र हुगली और बाकी एक पश्चिम मेदिनीपुर जिले में आता है. इस बार के लोकसभा चुनाव में इस सीट से रोमांचक प्रतिद्वंदिता की संभावना जतायी जा रही है. हालांकि इन सबसे परे आरामबाग लोकसभा क्षेत्र के नाम एक ऐसा रिकॉर्ड दर्ज है जिसके लिए सदैव इसे याद रखा जाता है. वह रिकॉर्ड है पूर्व सांसद अनिल बसु के नाम जिन्होंने 2004 के लोकसभा चुनाव में 5,92,502 वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी. देश के लोकसभा चुनाव के इतिहास में यह उस वक्त की सबसे बड़ी जीत थी. हालांकि उनकी जीत के रिकॉर्ड को भाजपा नेता प्रीतम मुंडे ने महाराष्ट्र के बीड में हुए उपचुनाव में 6,96,321 वोटों के अंतर से जीत हासिल कर तोड़ दिया था. लेकिन यह उन्होंने उपचुनाव में हासिल किया था इसलिए इसे सबसे बड़े अंतर की जीत नहीं गिना जाता. लेकिन बाद में भाजपा नेता सीआर पाटिल ने गुजरात के नवसारी सीट से 6.89 लाख वोटों के अंतर से जीत हासिल कर पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिये थे. आरामबाग लोकसभा क्षेत्र कभी माकपा का गढ़ माना जाता था. 1971 में यहां से माकपा नेता मनोरंजन हाजरा पहली बार जीते थे. इसके बाद 1980 से 2004 तक के लोकसभा चुनाव में माकपा नेता अनिल बसु का डंका बजता रहा. 1980 से 2004 तक सभी लोकसभा चुनाव अनिल बसु ने जीते. इसमें 2004 का लोकसभा चुनाव भी शामिल है जिसमें उन्होंने जीत का तब तक का सबसे बड़ा अंतर हासिल किया था. सात नवंबर 1946 में जन्में अनिल बसु 1966 में माकपा की छात्र शाखा में खाद्य आंदोलन के वक्त शामिल हुए. वह 1967 में माकपा के चुंचुड़ा लोकल कमेटी में शामिल हुए और 1970 में डीवाइएफआइ के जोनल सचिव बने और 1971 में लोकल कमेटी के सचिव बने. वह 1974 में जोनल कमेटी के सदस्य तथा 1981 में जोनल कमेटी के सचिव बने. इसके बाद उन्हें जिला कमेटी में शामिल किया गया. पहली बार 1984 में आठवीं लोकसभा के लिए उन्हें आरामबाग लोकसभा क्षेत्र से टिकट दिया गया. चुनाव जीतने के बाद 1989, 1991, 1996, 1998, 1999 और 2004 के चुनाव में भी आरामबाग लोकसभा क्षेत्र से उन्होंने एक के बाद एक जीत हासिल की.
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