बनियापुर . बगैर कार्य कराए संबंधित कर्मियों से मिलीभगत कर राशि का भुगतान कराने का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने डीडीसी को आवेदन दे जांच कर कारवाई की मांग की है. मामला बनियापुर प्रखंड के सतुआ पंचायत का है. दिये आवेदन में तेरस प्रसाद, सुरेश कुमार साह, राजकुमार प्रसाद, कृष्णा प्रसाद, राजकुमार राम, जितेश कुमार, लालझरी देवी, मीना देवी सहित डेढ़ दर्जन से अधिक ग्रामीणों का आरोप है कि सतुआ पश्चमी के बीडीसी सदस्य नितीश कुशवाहा द्वारा भिन्न-भिन्न योजनाओं के नाम से बिना कार्य कराये राशि का भुगतान करा लिया गया है. साथ ही कई पूर्व की योजनाएं जिसका कार्यकाल पांच वर्ष से कम है. उस योजना को भी पुनः चालू कराकर उसपर भी भुगतान करा लिया गया है. जबकि कई योजनाओं का तो पंचायत में नाम-पता भी नही है. ग्रामीणों का आरोप है कि मनरेगा जेइ से इस बाबत बातचीत करने पर कोई जानकारी उपलब्ध नही कराई जा रही है न ही योजनाओं के नाम एवं स्थल की जानकारी दी जा रही है. दिए आवेदन में ग्रामीणों ने बताया है कि सतुआ पंचायत भवन के बगल में स्थित पोखरा की सफाई वर्ष 2018-19 में पूर्व मुखिया द्वारा कराया गया था. जबकि बीडीसी द्वारा उसी पोखरा की सफाई के नाम पर 2022-23,2023-24 एवं 2024-25 में भिन्न-भिन्न मास्टर रॉल से बगैर कार्य कराए पांच लाख रुपये से अधिक का भुगतान करा लिया गया है. आवेदन की प्रतिलिपि कार्यक्रम पदाधिकारी,जिला पदाधिकारी एवं ग्रामीण विकास मंत्री को भी भेजी गयी है. इस संबंध में बीडीसी सदस्य नीतीश कुशवाहा से बात की गयी तो उन्होंने बताया कि लगाये गये आरोप निराधार एवं बेबुनियाद है. सभी योजनाओं पर कार्य पूर्णरूप से कराया गया है. मामला राजनीति से प्रेरित है.
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