मोतिहारी.लोकसभा चुनाव में अन्य जिलों की तरह पूर्वी चंपारण में भी वोट प्रतिशत बढ़ाने को लेकर जनजागरूकता के साथ रैलियां निकाली जा रही है, ताकि वोट प्रतिशत बढ़ सके. आंकड़ों पर गौर करें तो पिछले लोकसभा में पूर्वी चंपारण का वोटिंग प्रतिशत 60.3 था, जिसमें 69 बूथ वैसे चिन्हित किये गये, जहां का वोटिंग प्रतिशत 40 से भी कम था. तीन ऐसे बूथ थे, जहां वोटिंग प्रतिशत शून्य रहा. जिला अवर निर्वाचन पदाधिकारी सरफराज नवाज ने बताया कि जहां वोटिंग प्रतिशत शून्य है, वहां के लोगों ने वोट बहिष्कार किया था. वैसे लोगाें को स्थानीय स्तर पर समझाया गया है. वहीं आंकड़ों के अनुसार 69 बूथ में, करीब 29 बूथ मोतिहारी विधानसभा के है, जहां वोटिंग प्रतिशत सबसे कम था. बारिश के बाद मौसम विभाग के अनुसार पूर्वी चंपारण में होने वाले चुनाव में तेज धूप की आशंका है. ऐसे में पुराने वोटिंग रिकॉर्ड से आगे बढ़ना किसी चुनौती से कम नहीं है. डीपीआरओ की माने तो बूथ संख्या दाये से बाये हो सकता है, लेकिन भवन पुराना ही होगा. प्रशासनिक स्तर पर जनजागरूकता का हर प्रयास किया जा रहा है, ताकि वोटिंग पर असर पड़े.
शहरी बूथों पर कम पड़े थे वोट
प्रबुद्धजनों के निवास के रूप में चर्चित शहरी क्षेत्र वोटिंग के मामले में पिछले वर्ष पिछड़ गया, जो आंकड़े सामने आये है, उसमें 20 से 25 बूथ मोतिहारी विधान सभा के शहरी क्षेत्र के हैं, जिसमें चर्चित बूथ एलएनडी कॉलेज, एमजेके, एमएस कॉलेज आदि प्रमुख है. जनजागरूता के बावजूद स्थिति में प्रशासन को बदलाव की उम्मीद है.
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