बिरनी. गर्मी के कारण बिरनी प्रखंड के सिमराढाब हरिजन कॉलोनी में जल संकट गहरा गया है. बिरनी प्रखंड कार्यालय सिमराढाब गांव में स्थित है, जहां से प्रखंड की विकास योजनाएं संचालित होती हैं. लेकिन, इसी गांव के लोग पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं. बता दें कि सिमराढाब गांव में वर्ष 2019 में 14वें वित्त योजना के तहत मुखिया ने दो सोलर युकत जलमीनार लगवाये थे. सोलर जलमीनार लगते ही ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल मिलना शुरू हुआ. लगभग एक साल तक ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल मिला. इसके बाद प्रखंड कार्यालय के ठीक बगल सिमराढाब हरिजन कॉलोनी के पश्चिम व पूरब दिशा में लगा सोलर जलमीनार खबर हो गया. तब से ग्रामीणों को पेयजल के लिए काफी कठिनाई हो रही है. इसके बाद भी अभी तक किसी पंचायत जनप्रतिनिधि व अधिकारी ने सुध नहीं ली है. इधर, गर्मी के कारण लगभग सभी कुएं, चापाकल, तालाब, डोभा सूख गये हैं या फिर सूखने की कगार पर है. कई कूप का जलस्तर काफी नीचे चला गया है. महिलाओं को सबसे अधिक पेयजल की चिंता लगी रहती है. ग्रामीण सोलर जलमीनार को ठीक कराने के लिए कई बार अधिकारी व पंचायत जनप्रतिनिधि से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन किसी ने समस्या समाधान के प्रति पहल नहीं की है. इसके कारण ग्रामीण चार साल से पेयजल की समस्या झेलते आ रहे हैं. ग्रामीण प्रमोद तुरी, कार्तिक तुरी, शकुंतला देवी, समरी देवी, बीना देवी, सबिया देवी, फुलवा देवी, कलावती देवी, सुरेश तुरी, राजेंद्र तुरी आदि ने कहा उनकी समस्या सुनने वाला कोई नहीं है. जलमीनार लगने के बाद एक साल तक ठीक-ठाक चला. इसके बाद खराब हो गया. वेंडर ठीक कराने की बात कहकर मोटर खोलकर ले गया. उसके बाद से मोटर ठीक कर नहीं लगाया है. चार साल से वह किसी तरह अपनी प्यास बुझा रहे हैं. कहा कि चापाकल में सोलर जलमीनार लगा हुआ है, उसी चापाकल से कुछ लोग पानी लेते हैं. सोलर जलमीनार से करीब 40 घर के 300 लोगों को पानी मिलता था. गर्मी बढ़ने से यह चापाकल भी अब जवाब देने लगा है. शुरू कर दिया है. क्या कहते हैं स्थानीय लोग : सोलर जलमीनार लगने से ग्रामीणों को काफी खुशी हुई थी. लेकिन एक साल में ही मोटर खराब हो गया. पदाधिकारी से लेकर पंचायत जनप्रतिनिधियों को बनाने की गुहार लगाते रहे. किसी ने नहीं सुनी. पंचायत जनप्रतिनिधि के कहने पर वेंडर मोटर ले गया, लेकिन अभी तक उसे नहीं लगाया गया है. – सीताराम तुरी, वार्ड सदस्य पूरे पंचायत में कई सोलर जलमीनार खराब पड़े हैं. इसके कारण जल संकट गहराते जा रहा है. रख रखाव की राशि को पहले ही निकाल ली गयी है. बीडीओ से जलमीनार ठीक कराने को लेकर र्देश मांगा गया है. निर्देश मिलने पर ठीक कराया जायेगा. मेंटेनेंस की राशि जमा रहती तो यह समस्या उत्पन्न नहीं होती. दिलीप दास, मुखिया, सिमराढाब कोट: बंद सोलर जलमीनार की जांच करवा मरम्मत करायी जायेगी. रख-रखाव की राशि समय की पहले निकासी हो गयी है, तो मामला गम्भीर है. प्रावधान के तहत नियम संगत कार्रवाई होगी. – सुनील वर्मा, बीडीओ
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