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प्रतिभा को निखारने में कामयाब रहा किलकारी: डीएम

रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ समर कैंप का हुआ समापन

रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ समर कैंप का हुआ समापनपूर्णिया. किलकारी बिहार बालभवन पूर्णिया द्वारा आयोजित 18 दिवसीय समर कैंप ””चक धूम धूम”” समारोहपूर्वक समापन हो गया. विगत 28 अप्रैल से 15 मई तक चले इस समर कैंप के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्णिया के जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने शिरकत की. विशिष्ट अतिथि के रूप मे जिला शिक्षा पदाधिकारी भी उपस्थित रहे. अतिथियों का स्वागत किलकारी पूर्णिया के प्रमंडल समन्वयक रवि भूषण कुमार उर्फ मुकुल ने किया. अपने संबोधन में जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने कहा कि जिस तरह से यहां आयोजित समर कैंप में बच्चों ने खेल, कला और विज्ञान से जुड़े विभिन्न विधाओं में प्रशिक्षण प्राप्त किया और अपने अंदर छुपी प्रतिभा को सामने लाया है, मैं इस मंच से कह रहा हूं, कि इनमे ऐसी संभावना दिखती कि यह बच्चे भविष्य में अपने लिए वह जगह बनाने में कामयाब होंगे, जिससे इन्हें एक नई पहचान मिल पायेगी. किलकारी परिवार को बधाई देते हुए उन्होंने कहा किलकारी परिवार ने बेहतरीन वातावरण में उत्कृष्ट कार्यक्रम का आयोजन कर गर्मी की छुट्टियों का सदुपयोग किया है.

सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन :

समापन के मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया जिसमें सबसे पहले छोटे बच्चों ने मनमोहक नृत्य की प्रस्तुति दी. उसके उपरांत एक के बाद एक रविंद्र शास्त्रीय गायन, भजन की प्रस्तुति ने सभी उपस्थित जनों को मुग्ध कर दिया. छोटे-छोटे बच्चों ने परंपरिक खेल आधारित नृत्य, हूला छुप की प्रस्तुति की. फिर एक अंदाज में मंजूषा पेंटिंग को हाथ में लेकर प्रतिभागियों ने रैंप वॉक किया उसके उपरांत ट्रैक म्यूजिक पर जब बच्चे झूमे तो दर्शक दीर्घा में बैठे लोगों का मन भी झूमने लगा. लोक परंपरा को दर्शाती हुई पारंपरिक नागपुरी नृत्य की प्रस्तुति नृत्य विधा के प्रतिभागियों के द्वारा की गई जो एक उत्कृष्ट प्रकृति के रूप में उभरी. वहीं उदय शंकर स्टाइल में मां गंगे को नमन करते हुए ””””””””गंगा नृत्य”””””””” की प्रस्तुति भी मनभावन रही. किलकारी के द्वारा लांच किए गए बच्चा बैंड के प्रतिभागियों के छात्र समूह के द्वारा वेस्टर्न म्यूजिक की भी प्रस्तुति हुई. साथ ही लोक संगीत सजी गीतों की भी प्रस्तुति हुई जिससे संगीत की दो अलग-अलग धाराओं को एक ही मंच पर दर्शकों ने महसूस किया और तारीफ भी की. अंत में किलकारी पूर्णिया के बच्चों के द्वारा भारतेंदु हरिश्चंद्र द्वारा लिखित नाटक अंधेर नगरी चौपट राजा का मंचन किया गया, जो काफी सराहनीय रहा. धन्यवाद ज्ञापन किलकारी पूर्णिया के सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी त्रिदीप शील ने किया. वहीं कार्यक्रम को सफल बनाने में सी.पी.सी रुचि कुमारी व संगीत गुरु पंडित अमरनाथ झा का भी अहम योगदान रहा. जबकि किलकारी के अन्य सभी स्थानीय प्रशिक्षक भी आयोजन को सफल बनाने में जुटे रहे.

सम्मानित किये गये अतिथि :

किलकारी द्वारा चार अलग-अलग क्षेत्र से संबंध रखने वाले विशिष्ट लोगों को भी सम्मानित किया गया. इनमें विद्या विहार आवासीय विद्यालय के निदेशक राजेश मिश्रा, सेंट पीटर हिंदी मीडियम स्कूल की प्रधानाध्यापिका सिस्टर वन्दिता, मध्य विद्यालय उफ्रैल की प्रधानाध्यापिका अर्चना एवं इनेरिका कंप्यूटर सेंटर के निदेशक रविंद्र कुमार साह शामिल रहे. मौके पर रवि भूषण ने कहा कि किलकारी पूर्णिया ने अपने तीन वर्षों के सफर में जो भी उपलब्धियां हासिल की है उसमें किलकारी के सभी बच्चों और उनके अभिभावकों का सहयोग अगर नहीं मिल पाता तो हम निरंतर यह प्रगति नहीं कर पाते.

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