26.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

ट्रिपल आइटी को शिक्षण व शोध क्षेत्र में उत्कृष्ट बनाने का लक्ष्य होगा : प्रो राजीव श्रीवास्तव

ट्रिपल आइटी के नियमित निदेशक के रूप में प्रो राजीव श्रीवास्तव ने गुरुवार को कार्यभार संभाल लिया है. उन्होंने आइआइएम रांची के निदेशक सह ट्रिपल आइटी के प्रभारी निदेशक प्रो दीपक श्रीवास्तव से पदभार ग्रहण किया.

रांची (विशेष संवाददाता). ट्रिपल आइटी के नियमित निदेशक के रूप में प्रो राजीव श्रीवास्तव ने गुरुवार को कार्यभार संभाल लिया है. उन्होंने आइआइएम रांची के निदेशक सह ट्रिपल आइटी के प्रभारी निदेशक प्रो दीपक श्रीवास्तव से पदभार ग्रहण किया. प्रो विष्णुप्रिये का कार्यकाल समाप्त होने के बाद प्रो दीपक श्रीवास्तव को निदेशक का प्रभार दिया गया था. प्रो राजीव श्रीवास्तव की नियुक्ति पांच वर्ष या फिर उम्र सीमा 70 वर्ष (जो पहले हो) के तहत की गयी है. योगदान करने के बाद प्रो श्रीवास्तव कहा कि वे ट्रिपल आइटी को शिक्षा व शोध में उत्कृष्टता की प्रतिष्ठा को और आगे बढ़ाने का कार्य करेंगे. ताकी सूचना एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में यह एक प्रमुख संस्थान के रूप में अपनी स्थिति मजबूत कर सके. प्रो श्रीवास्तव ने कहा कि वे इस संस्थान का निदेशक बनने पर अपने को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं. जौनपुर (उत्तर प्रदेश) निवासी प्रो श्रीवास्तव मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विवि (एमएमएमयूटी) गोरखपुर के 1996 बैच कंप्यूटर साइंस के छात्र रह चुके हैं व आगे की पढ़ाई दिल्ली विवि से पूरी की है.

आइआइटी बीएचयू में कार्य कर चुके प्रो श्रीवास्तव को कई क्षेत्रों में विशेषज्ञता हासिल है

प्रो राजीव श्रीवास्तव शैक्षणिक और प्रशासनिक क्षेत्र में व्यापक अनुभव के साथ आये हैं. इससे पहले वे भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) बीएचयू में संसाधन और पूर्व छात्र मामलों के डीन, कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग विभाग के अध्यक्ष और कंप्यूटिंग तथा सूचना सेवा केंद्र (सीसीआइएस) के विभागाध्यक्ष के रूप में कार्य कर चुके हैं. 26 से अधिक वर्षों के शिक्षण अनुभव के साथ उन्होंने कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. अपने करियर के दौरान प्रो श्रीवास्तव ने इमेज प्रोसेसिंग, कंप्यूटर विजन, पैटर्न क्लासीफिकेशन, वीडियो सर्विलांस, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग और डीप लर्निंग जैसे क्षेत्रों में शोध का नेतृत्व किया है. उन्हें मेडिकल इमेज प्रोसेसिंग, पैटर्न रिकग्निशन, एल्गोरिदम, सॉफ्ट कंप्यूटिंग और गणितीय इमेज मॉडलिंग और विश्लेषण में भी विशेषज्ञता हासिल है. इनके 100 से अधिक शोध पत्र हैं. चार ग्रंथ व 20 पुस्तक हैं. चार पेटेंट भी हैं.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें