युवा मतदाताओं ने गिनाईं प्रखंड की समस्याएं
बड़कागांव.
लोकसभा चुनाव में महज दो दिन शेष हैं. ऐसे में प्रत्याशी चुनाव प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक रहे हैं. हालांकि प्रत्याशी 18 मई तक ही रोड शो या चुनावी सभा कर सकते हैं. इसके बाद चुनाव का प्रचार बंद हो जायेगा. इस बार मतदाता जागरूक हो गये हैं. क्षेत्रीय मुद्दे को उठाने या सुनने वाले को सांसद चुनने के मूड में दिख रहे हैं. बड़कागांव के समाजसेवी सोनू इराकी का कहना है कि बड़कागांव क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या विस्थापन, रोजगार, सड़क जाम है. ऐसे में जो सांसद क्षेत्रीय समस्याओं को लेकर चलेगा उसे चुनकर संसद भेजेंगे. रेंजर ठाकुर ने बताया कि जो प्रत्याशी हमारे क्षेत्र में हमेशा समय देंगे, वैसा प्रत्याशी को सांसद बनायेंगे. रामदुलार साव ने कहा कि मैं वैसा प्रत्याशी को सांसद बनाऊंगा जो सांसद अनुबंध कर्मियों को स्थायी करें, रेलवे व बैंकिंग में भर्ती करने के लिए लोकसभा में आवाज़ उठाएं. अभिमन्यु गुप्ता का कहना कि मैं वैसे सांसद को वोट करूंगा जो बड़कागांव क्षेत्र में रेल लाइन का मुद्दा लोकसभा में उठाएं. मुन्ना पांडेय का कहना है कि मैं ऐसा सांसद को वोट करूंगा, जो बड़कागांव को अनुमंडल बनाने के लिए अथक प्रयास करेंगे वैसा ही प्रत्याशी को वोट करेंगे. क्योंकि बड़कागांव जब पुलिस अनुमंडल बन सकता है तो बड़कागांव सिविल अनुमंडल क्यों नहीं बन सकता है. अनुमंडल नहीं रहने के कारण 30 किलोमीटर दूर हजारीबाग जाना पड़ता है. बड़कागांव मुख्य चौक निवासी अरविंद वर्मा का कहना है कि बड़कागांव से हर दिन करोड़ों रुपए का कोयला निर्यात होता है. इसके बावजूद बड़कागांव का विकास नहीं हो रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है