मुजफ्फरपुर.बीआरएबीयू के मनोविज्ञान विभाग व विवि आइक्यूएसी के संयुक्त तत्वावधान में इंडियन साइकोलॉजिकल एसोसिएशन के सहयोग से सीनेट हाॅल में गुरुवार को “रिसेंट ट्रेंड इन रिसर्च ” विषय पर राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया. उद्घाटन कुलपति प्रो.दिनेश चंद्र राय ने किया. कहा कि बदलते समय में शोध के नवीन आयाम पर फोकस करना होगा. जल्द ही गुणवत्तापूर्ण शोध लेखन पर वर्कशॉप होगी. मुख्य अतिथि इंडियन साइकोलॉजिएशन एसोसिएशन के प्रो.तारिणी ने कहा कि आने वाले समय में शोध के नवीन आयाम को बारीकी से समझना होगा. तभी गुणवत्तापूर्ण शोध कार्य हो सकता है. मनोविज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ रजनीश गुप्ता ने स्वागत भाषण दिया. विषय प्रवेश प्रो.अलका जायसवाल व मंच संचालन डॉ तूलिका ने किया. धन्यवाद ज्ञापन प्रो.आभा रानी सिन्हा ने किया. मौके पर बीएन मंडल विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभागाध्यक्ष प्रो.इंतखवाबूर रहमान, बीएचयू से मनोविज्ञान विभाग के प्रो.संदीप, प्राचार्य डॉ ओपी राय, डॉ कल्याण झा, प्रॉक्टर डॉ बीएस राय, कुलसचिव डॉ संजय, सीसीडीसी डॉ अमिता शर्मा, विकास पदाधिकारी डॉ पंकज कुमार, डीएसडब्ल्यू डॉ अभय सिंह, परीक्षा नियंत्रक डॉ टीके डे, डॉ राजीव झा, प्रो.नित्यानंद शर्मा कई विश्वविद्यालयों से पहुंचे शोधार्थी व फेकल्टी मेंबर्स शामिल हुए. मनोविज्ञान के शोध क्षेत्रों में सांख्यिकी की भूमिका अहम : तकनीकी सत्र में मुख्य वक्ता बीएन मंडल विश्वविद्यालय मनोविज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ इंतखवाबुर रहमान ने कहा कि मनोविज्ञान एवं अन्य विज्ञान के शोध क्षेत्रों में सांख्यिकी की भूमिका अहम है. शोध प्रणाली के अंतर्गत सांख्यिकी विधियों का प्रयोग जरूरी हो गया है. विशिष्ट वक्ता बीएचयू के प्रो.संदीप कुमार ने कहा कि शोध डिजाइन डाटा संकलन एवं विश्लेषण की ओर फोकस करता है. सांख्यिकी की भूमिका के तहत शोधकर्ता परिकल्पना की धारणा को तर्क के साथ प्रस्तुत करता है. तकनीकी सत्र 200 शोध पत्र पढ़े गए. तकनीकी सत्र संचालन में सुनीता, डॉ रेखा श्रीवास्तव, डॉ पयोली, रणवीर, निधि चंद्रा, अनन्या, डॉ राजीव, डॉ विकास, डॉ वीरेंद्र चौधरी, डॉ लक्ष्मी रानी, डॉ अफरोज, डॉ शकीला, डॉ अंकिता, डॉ सतीश, डॉ ललित किशोर ने भूमिका निभायी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है