कोलकाता.लोकसभा चुनाव के तहत पांचवें चरण में कुल 88 उम्मीदवारों में से 21 के खिलाफ आपराधिक मामले हैं. यानी 24 फीसदी उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. यह जानकारी उनके चुनाव आयोग को दिये हलफनामे से जाहिर होती है. पांचवें चरण का चुनाव आगामी 20 मई को होगा. एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट के मुताबिक अब तक हुए चुनाव के चरणों में इसमें सर्वाधिक उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले हैं. 20 मई को हावड़ा, हुगली, आरामबाग, श्रीरामपुर, बनगांव, बैरकपुर और उलबेड़िया लोकसभा क्षेत्र के लिए चुनाव होगा. वेस्ट बंगाल इलेक्शन वाच की राज्य संयोजक उज्जैनी हलीम के मुताबिक 2019 के चुनाव की तरह 2024 के चुनाव भी पैसे और बाहुबल से मुक्त नहीं हैं. एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक राज्य में पांचवें चरण में भाजपा की ओर से चुनाव लड़ रहे 71 फीसदी उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले हैं. इसके बाद माकपा का नंबर आता है जिसमें उसके 60 फीसदी उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले हैं. बैरकपुर से भाजपा उम्मीदवार अर्जुन सिंह के खिलाफ 93 मामले दर्ज हैं. उल्लेखनीय है कि गत लोकसभा चुनाव में भाजपा की ओर से अर्जुन सिंह ने बैरकपुर लोकसभा क्षेत्र से चुनाव जीता था. हालांकि बाद में वह फिर तृणमूल में शामिल हुए थे. लेकिन चुनाव के पहले वह भाजपा में वापस लौट गये. बनगांव से भाजपा उम्मीदवार व केंद्रीय मंत्री शांतनु ठाकुर के खिलाफ 23 आपराधिक मामले दर्ज हैं. निजी संपत्ति में वृद्धि की बात करें तो शांतनु ठाकुर की संपत्ति में पिछले पांच वर्षों में 535 फीसदी का इजाफा हुआ है. श्री ठाकुर की संपत्ति 52 लाख से बढ़कर 2024 में तीन करोड़ रुपये से अधिक हुई. अर्जुन सिंह की संपत्ति में 241 फीसदी का इजाफा हुआ है. वहीं श्रीरामपुर से तृणमूल उम्मीदवार कल्याण बनर्जी की संपत्ति में 74 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. रिपोर्ट से यह भी पता चलता है कि पांच चरणों में महिला उम्मीदवारों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है. प्रतिशत और संख्या के हिसाब से महिला उम्मीदवारों की संख्या में वृद्धि हुई है. चौथे चरण में 16 महिला उम्मीदवार थीं यानी कुल उम्मीदवारों का 21 फीसदी. पहले चरण से यह काफी अधिक है. पांचवें चरण में कुल उम्मीदवारों में से 16 फीसदी महिला उम्मीदवार हैं. एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक पहले पांचवें चरण में देश भर में 9.27 फीसदी महिला उम्मीदवार हैं. जबकि बंगाल में यह 13.15 फीसदी है. इसका एक कारण यह भी हो सकता है कि चौथे और पांचवें चरण में अर्द्ध शहरी क्षेत्रों की संख्या अधिक है. चौथे चरण में जहां मुख्य महिला उम्मीदवारों में कृष्णनगर से तृणमूल नेता महुआ मोइत्रा व भाजपा उम्मीदवार अमृता राय थीं. बीरभूम से तृणमूल नेता शताब्दी रॉय और माकपा की जहांआरा खान रहीं. पांचवें चरण में मुख्य महिला उम्मीदवारों में हुगली से भाजपा की लॉकेट चटर्जी और तृणमूल की रचना बनर्जी हैं. श्रीरामपुर से माकपा की दीपशिता धर उम्मीदवार हैं.
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