समस्तीपुर : गोल्फ फील्ड रेलवे कॉलोनी उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्य व बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के राज्य मूल्यांकन परिषद के पूर्व अध्यक्ष शाह ज़फ़र इमाम ने निदेशक, माध्यमिक शिक्षा बिहार पटना के द्वारा 13 मई, 2024 को निर्गत आदेश पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. निदेशक, माध्यमिक शिक्षा द्वारा निर्गत आदेश के तहत 16 मई, 2024 से 30 जून, 2024 तक छात्र-छात्राओं के लिए विद्यालय का संचालन प्रातः 6:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक किया गया है, जबकि शिक्षकों-कर्मचारियों के लिए प्रातः 6:00 बजे से एक 1:30 बजे तक कार्य अवधि निश्चित की गई है. उन्होंने कहा है कि सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले अधिकांश छात्र-छात्राएं गरीब एवं निम्न मध्य वर्गीय परिवार से आते हैं. ऐसे छात्र-छात्राओं के घर में इतना सबेरे नाश्ते अथवा जलपान या टिफिन की व्यवस्था नहीं हो पाती है. प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों में तो मिड डे मील की व्यवस्था है लेकिन माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालय में इस तरह का प्रावधान नहीं है. लगातार छह घंटे से अधिक समय तक विद्यालय में बिना खाये-पीये बने रहने से छात्र-छात्राओं के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ना स्वाभाविक है. विद्यालयों के प्रातः कालीन सत्र में पठन-पाठन के घंटे बरसों से पांच घंटे रहे हैं. इस समय सारणी के कारण छात्र-छात्राओं के अतिरिक्त शिक्षकों- कर्मचारियों को भी ढेर सारी व्यावहारिक कठिनाइयाें का सामना करना पड़ेगा. खासकर महिला शिक्षकों, जिन्हें दोहरी जिम्मेदारी संभालनी पड़ती है, उनके लिए यह समय-सारिणी और भी अधिक अव्यहारिक है. स्वाभाविक रूप से शिक्षक-कर्मचारी भी अपने आप को शारीरिक और मानसिक रूप से संतुलित नहीं रख पाएंगे जिसका प्रतिकूल प्रभाव उनके पठन-पाठन और अन्य कार्यों पर पड़ना लाजमी है. ऐसी स्थिति में हम विभाग से मांग करते हैं कि उक्त समय सारणी को संशोधित करने पर गंभीरतापूर्वक विचार किया जाये और एक ऐसी समय सारणी बनाई जाए जिससे कि छात्र-छात्राओं के साथ-साथ शिक्षक कर्मचारी भी तनाव रहित वातावरण में अपनी पूरी ऊर्जा का इस्तेमाल करते हुए अपने-अपने दायित्व का निर्वाह कर सकें.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है