एक हाथी की मौत के बाद दो भागों में बंटा हाथियों का झुंड, गांवों में हाथियों से परेशान हैं ग्रामीण
प्रतिनिधि, दारू
एक हाथी की मौत होने के बाद हाथियों के झुंड आक्रोशित होकर भटक रहे हैं. दारू प्रखंड क्षेत्र के चिरूवां गांव में 17 मई की रात भर उत्पात मचाया. सभी ग्रामीण पूरी रात दहशत में रहे. ग्रामीणों द्वारा काफी प्रयास करने के बाद भी झुंड गांव से नहीं भागा. पूरी रात अशोक प्रसाद, धीरेंद्र प्रसाद के आम बगान में जमे रहे. इस दौरान हाथियों के झुंड ने इनके आम बगान में आम से लदे करीब 30 पेड़ों को तोड़कर नष्ट कर दिया. इससे करीब लाखों रुपये का नुकसान हुआ है. इसके अलावा जगदीश साव, इंदु साव, संतोष कुमार, कन्हाय प्रसाद, शत्रुजंय प्रसाद की चहारदीवारी तोड़ दिया है. प्रभु प्रसाद, लोकन साव, प्रदीप प्रसाद समेत कई किसानों की फसल को नष्ट किया. वहीं, लालदेव प्रसाद के घर में भी तोड़-फोड़ किया है. इस घर में सो रहे लोग बाल-बाल बच गये. सोनडीहा में भी हाथियों ने घर को तोड़कर चावल, गेहूं समेत अन्य अनाज को चट कर गया. सुबह होते ही हाथियों का झुंड इरगा जंगल की ओर निकल गया. सदर प्रखंड के सरौनी में पिछले सप्ताह एक हाथी की मौत हो गयी थी. इसके कारण झुंड के सभी हाथी आक्रोशित हैं. इस झुंड में करीब 17 हाथी हैं. इस संबंध में वनपाल मुकेश कुमार ने बताया कि इस हाथियों के झुंड में छोटे-बड़े 30 हाथी शामिल थे. अब दो भाग में बंट गये. एक भाग दारू की तरफ और दूसरा डेमोटांड़ की तरफ नुकसान पहुंचा रहे हैं. वन विभाग हाथियों को भगाने का प्रयास कर रही है.पहले इतने आक्रामक नहीं थे हाथी
सदर प्रखंड के सरौनी में पिछले सप्ताह करंट से एक किशोर हाथी की मौत हो गयी थी. इसके बाद से हाथियों के झुंड काफी आक्रामक होकर इधर-उधर भटक रहे हैं. लोगों के घरों और फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं. शनिवार को एक हाथी दारू प्रखंड के एक किसान के खेतों में लगी सब्जियों की फसलों को रौंद कर बर्बाद कर दिया. केला की फसल को आहार बनाया. रोड किनारे कई किलोमीटर चलने के बाद हाथी जंगल की ओर चले गये. जंगल में हाथियों के कई झुंड डेरा जमाये हुए हैं. इससे आसपास के गांवों के लोग दहशत में हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है