सुपौल.
पिपरा थाना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के मामले में तीन दिनों के अंदर पुलिस अधीक्षक शैशव यादव ने कार्रवाई करते हुए तत्काल मुंशी को निलंबित कर दिया. जबकि थानाध्यक्ष संजय दास के विरुद्ध कार्रवाई तय मानी जा रही है. मालूम हो कि उक्त वीडियो में पिपरा थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर संजय दास थाने के मुंशी द्वारा अवैध वसूली को अपनी सहमति देते नजर आ रहे हैं. थानाध्यक्ष कहते हैं कि बतौर थानेदार पद पर उन्होंने 15 साल नौकरी की है. ऐसा कोई थाना नहीं रहा, जहां मुंशी 200 और 500 रुपये लिए बिना काम करता हो. वायरल वीडियो में थानाध्यक्ष श्री दास मुंशी के अवैध वसूली को जायज ठहरा रहे हैं. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो बुधवार रात की बतायी जा रही है. वायरल वीडियो में थाना अध्यक्ष किसी महिला को समझाने का प्रयास करते नजर आ रहे हैं. पिपरा थाना क्षेत्र अंतर्गत तुलापट्टी पंचायत वार्ड नंबर 03 में जमीन विवाद को लेकर दो पक्षों में मारपीट हुई. इस घटना में एक पक्ष से तीन लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गये, जिसका आवेदन लेकर घायल पक्ष के लोग पिपरा थाना पहुंचे थे. लेकिन थाना में आवेदन लेने के बदले यहां उनसे पैसों की मांग की जाने लगी. थाना में आवेदन देने के लिए पहुंचे पीड़ित पक्ष के राधेश्याम मंडल ने बताया कि गांव के ही विद्यानंद मंडल से जमीन विवाद को लेकर मारपीट हो गयी. जिसका आवेदन देने पिपरा थाना पहुंचे. थाना में मौजूद मौजूद मुंशी ने खर्चा देने की बात कही. पीड़ित पक्ष के लोग इसके लिए सक्षम नहीं थे. जिस कारण थाना में आवेदन नहीं लिया जा रहा था. काफी देर रुकने के बाद थानाध्यक्ष से मुलाकात हुई तो पीड़ितों ने अपनी समस्या बताई. जहां थानाध्यक्ष भी मुंशी को रुपए देने की बात कहने लगे. एसपी शैशव यादव ने कहा कि मुंशी को निलंबित कर दिया गया है. जबकि थानाध्यक्ष पर कार्रवाई प्रक्रियाधीन है. गौरतलब है कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो से संबंधित खबर प्रभात खबर ने शनिवार के अंक में प्रमुखता से प्रकाशित किया था. हालांकि वायरल वीडियो की पुष्टि प्रभात खबर नहीं करता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है