मोतिहारी. मरीजों को पटना जाने के लिए अब सरकारी एंबुलेंस नहीं मिलेगा. इसके लिए आपको निजी एंबुलेंस का सहारा लेना पड़ेगा, जहां आपको दोहन-शोषण का शिकार होना पड़ेगा. जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य विभाग में इन दिनों एंबुलेंस की कमी हो गयी है, जिसके कारण मरीजों को पटना नहीं भेजा जा रहा है, जबकि पहले मरीजों को हायर सेंटर के लिए पटना भेजा जाता था. आज की स्थिति में मोतिहारी सदर अस्पताल में आठ एंबुलेंस है, जिसमें चार खराब है, जबकि तीन चलायमान स्थिति में है. एक शव वाहन है. चलायमान एंबुलेंस की स्थिति भी खराब है. कब, कहां बंद हो जाये कहना मुश्किल है. शनिवार को समाजसेवी कैप्टन अब्दुल हामिद के भाई म. समतुल्लाह का पैर टूट गया है. चिकित्सकों ने उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया. कैप्टन हामिद ने 102 पर फोन कर पटना के लिए एंबुलेंस की मांग की तो स्पष्ट बताया गया कि यह सुविधा आपको मुजफ्फरपुर तक ही देंगे, पटना के लिए नहीं. फिर उन्हें निजी एंबुलेंस के द्वारा पटना जाना पड़ा. इधर अस्पताल प्रबंधक कौशल कुमार दुबे ने बताया कि सरकार का नया आदेश है कि सरकारी एंबुलेंस को नियरेस्ट हायर सेंटर ही भेजना है. इसलिए पटना के लिए सरकारी सेवा बंद कर दी गयी है. सरकारी एंबुलेंस में एसी लगा हुआ है, लेकिन वह खराब है, जिन मरीजों को मुजफ्फरपुर रेफर किया जा रहा है वे डेढ़ से दो घंटे तक गर्मी से उबलते रहते है, जिससे उनका तबीयत और खराब हो जा रहा है.
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