रीगा. प्रचंड गर्मी के बीच बिजली से वंचित प्रखंड अंतर्गत मेहसिया गांव के लोगों ने शनिवार को हाथों में तख्तियां लेकर नीतीश सरकार और बिजली विभाग के स्थानीय अधिकारियों के विरुद्ध अपने गुस्से का प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की. प्रदर्शनकारियों में शामिल पंचायत के पूर्व सरपंच व ग्रामीण राजेश कुमार मिश्रा उर्फ सोनू, संजय मिश्रा, सुशील मिश्रा, गौरी शंकर राउत, अमरेश कुमार, निरंजन राउत, अजय पासवान, मुंद्रिका राय, कमलेश मिश्रा, आत्म नारायण मिश्रा, सत्येंद्र मिश्रा, रामलाल पासवान, मृत्युंजय मिश्रा व रतन पासवान ने बताया कि बेहाली की जिंदगी एक-दो दिन की नहीं है, बल्कि ग्रामीणों को साल के कम से कम छह महीने तक विकास के इस युग में भी बिजली के अभाव में गर्मी का सामना करना पड़ रहा है. गांव में बिजली की मुक्कमल व्यवस्था नहीं है. उमस भरी इस गर्मी के मारे ग्रामीणों का जीना मुहाल है. ग्रामीणों ने बताया कि बीते वर्ष 27 नवंबर से ही नए पोल एवं तार लगाने के नाम पर बिजली काट दी गयी. दिसंबर माह में पोल गाड़ दिया गया, लेकिन उक्त पोलों पर आज तक केबल नहीं लगाया गया है. पुराने तार व पोल से विद्वुत की आपूर्ति बंद कर दिया गया है. गांव वाले किस तरह दिन और रात गुजार रहे हैं, शब्दों में बताना मुश्किल है. बच्चों की पढ़ाई बाधित हो गयी है. बच्चे होमवर्क नहीं कर पा रहे हैं. शाम को जब किचेन का समय शुरू होता है, तो महिलाओं को भोजन पकाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. मतदान के दिन तक बिजली उपलब्ध नहीं कराया गया, तो ग्रामीण वोट डालने नहीं जाएंगे. — जल्द दूर होगी बिजली की समस्या मेहसिया गांव के लोगों की बिजली की समस्या जल्द दूर की जाएगी. गाड़े गये विद्युत पोलों पर जल्द केबल लगवाया जाएगा. — संजीव कुमार, सहायक विद्युत अभियंता.
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