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ब्रिटिश शासन में बने बरौनी फ्लैग हाॅल्ट स्टेशन का नहीं हो सका समुचित विकास

ब्रिटिश शासन काल के दौरान 1885 ई में अंग्रेजों के द्वारा बरौनी फ्लैग हॉल्ट का निर्माण कराया गया था. जानकारों के मुताबिक अंग्रेज अपनी सुविधाजनक सुगम आवागमन के लिये इस हाॅल्ट का निर्माण कराया था.

बरौनी. ब्रिटिश शासन काल के दौरान 1885 ई में अंग्रेजों के द्वारा बरौनी फ्लैग हॉल्ट का निर्माण कराया गया था. जानकारों के मुताबिक अंग्रेज अपनी सुविधाजनक सुगम आवागमन के लिये इस हाॅल्ट का निर्माण कराया था. ग्रामीणों का कहना है कि बरौनी जंक्शन का स्थापना 1905 ई में हुआ. लेकिन देश आजादी से पूर्व स्थापित बरौनी फ्लैग रेलवे हॉल्ट का न समुचित विकास किया गया और न ही आज तक इसे स्टेशन का दर्जा ही मिल सका है. रेल विभाग की उदासीनता के कारण इस ऐतिहासिक हाॅल्ट को सुविधाविहीन किये जाने से क्षेत्र के लोगों में आक्रोश है. तेघड़ा व बरौनी जंक्शन के बीच स्थापित ऐतिहासिक बरौनी फ्लैग हॉल्ट बरौनी एक, दो, तीन पंचायत, गौड़ा-एक, मधुरापुर पुबारी टोला, तेघड़ा नगर परिषद क्षेत्र के कुछ अंश भाग के आबादी बहुल्य इलाको के हजारों ग्रामीण, छात्र छात्राओं के शैक्षणिक एवं व्यवसायिक रूप से आवागमन को बरौनी फ्लैग सुगम हॉल्ट है. लेकिन यहां यात्री सुविधाओं के अभाव से लोगों को काफी कठिनाइयों कि सामना करना पड़ता है. बरौनी फ्लैग हॉल्ट बरौनी गांव आबादी वाले क्षेत्र के बीच स्थापित है अंग्रेज शासनकाल में स्थापित यह हाॅल्ट रेल विभाग की उदासीनता का दंश झेल रहा है यही कारण है कि इस हाॅल्ट पर ट्रेन पकड़ने को प्रतिदिन आने वाले सैकड़ों लोगों की सुविधा के लिये पेय जल तक की व्यवस्था नहीं है. भले एक चापानल यात्रियों को मुंह चिढ़ाता देखा जा सकता है. प्लेटफॉर्म की ऊंचाई इतनी कम की महिला एवं वृद्ध लोगों को ट्रेन में चढ़ने के लिये काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. लाइटिंग की व्यवस्था नाम मात्र का और दिन या रात में यात्रियों की सुरक्षा भी भगवान भरोसे ही है. यात्रियों को प्लेटफार्म पर वर्षा, धूप व शीत से बचाव की व्यवस्था भी नदारद है. खानापुर्ति के लिये तीन चार शेड जरूर देखे जा सकते हैं. महिला पुरूष शौचालय की व्यवस्था नहीं. वहीं टिकट काउंटर पर कुछ साल पहले कंप्यूटर लगने से लोगों को उम्मीद जगी थी कि अब स्टेशन पर टिकट आसानी से मिल सकेगा. लेकिन कुछ दिनों बाद ही टिकट काउंटर तो है लेकिन कंप्यूटर गायब हो गया. जानकारों के मुताबिक अब टिकट काउंटर का ठेका लेने वाले एजेंसी द्वारा बरौनी से कुछ टिकट लाकर रखा जाता है और यात्रियों को बेचा जाता है. इस संबंध में बेगूसराय सांसद सह केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के सोनपुर मंडल के रेल प्रतिनिधि सह भाजपा नेता केशव शाण्डिल्य ने कहा कि केन्द्रीय मंत्री के अथक प्रयास से 09 स्पेशल गुमती पर क्षेत्र के लोगों की वर्षों पुरानी मांग रोड ओवरब्रिज का निर्माण शुरू हो गया है. बहुत जल्द बरौनी फ्लैग हाॅल्ट अपने नये स्वरूप में यात्री सुविधा से लैस दिखेगा. इस दिशा में पहल भी किया गया है. कुछ कार्य भी हुये हैं. वहीं बरौनी पंचायत-एक मुखिया पंकज सिंह राधे राधे, बरौनी दो मुखिया मौसम कुमारी, मुखिया प्रतिनिधि देवराज सिंह, बरौनी तीन मुखिया अमलेश कुमार, भाजपा नेता मटरू झा, सुभाष प्रसाद सिंह, पूर्व पंसस अजीत कुमार, श्रीदेव सिंह, राजेश कुमार श्रवण सहित सैकड़ों ग्रामीण ने पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर महाप्रबंधक एवं डीआरएम सोनपुर से बरौनी फ्लैग हॉल्ट को पूर्ण स्टेशन का दर्जा देनें एवं यात्री सुविधा को बेहतर बनाने की मांग की है. इस स्टेशन पर सिर्फ़ सवारी गाड़ियों का ठहराव है. बावजूद रेलवे को प्रतिमाह उम्मीद से बेहतर राजस्व प्राप्त होता है. इस हाॅल्ट पर यात्रियों की सुविधा को ट्रेन के आगमन व प्रस्थान की जानकारी देने की भी यहां कोई व्यवस्था नहीं है. इसके लिये यात्री गुमती नंबर 09 स्पेशल रेलवे फाटक पर ड्यूटी में तैनात रेलकर्मी से ट्रेन के आवागमन की जानकारी लेते हैं. क्षेत्र के लोगों ने बताया कि धुरियान सवारी गाड़ी यहां रूकने वाली प्रमुख सवारी गाड़ियों में एक थी. जयनगर से हावड़ा जाने वाली इस ट्रेन का टिकट भी यहां नहीं मिलता है. यात्रियों को इस ट्रेन में सफर करने के लिये बरौनी जंक्शन से टिकट कटाना पड़ता है. लोगों ने बताया कि यहां से भागलपुर जाने वाले यात्रियों को भी टिकट नहीं मिलता है. यहां से प्रतिदिन सैकड़ों दैनिक यात्री समस्तीपुर, दलसिंहसराय, दरभंगा, पटना, मुजफ्फरपुर, हाजीपुर, बेगूसराय, खगड़िया, मानसी सहित अन्य जगहों पर कार्य करने प्रतिदिन ट्रेन से सफर करते हैं. लेकिन यहां यात्रियों की सुविधा को मासिक टिकट बनाने की व्यवस्था नहीं है. ऐसे दैनिक यात्रियों ने साफतौर पर कहा अगर विधिवत ट्रेन का ठहराव और टिकट की सुविधा बरौनी फ्लैग हॉल्ट पर शुरू की जायेगी तो निश्चित रूप से रेल राजस्व बढ़ेगा और लोगों को ट्रेन से सफर करने में सहुलियत होगी. लोगों ने बताया कि बरौनी फ्लैग हाॅल्ट को सुचारू रूप से चलाने को पूर्व में रेलकर्मी की तैनाती थी और उनके रहने के लिये रेलवे क्वाटर भी थे लेकिन बाद के समय में प्रशासनिक उदासीनता के कारण कर्मी को भी हटाया गया और रेलवे क्वाटर को परित्यक्त घोषित कर दिया गया. स्थानीय लोगों का कहना है कि बरौनी फ्लैग हॉल्ट को समाप्त किये जाने कि साजिश की जा रही है जिसे क्षेत्र के लोग बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेंगे.

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