फारबिसगंज. डीएलएड द्वितीय वर्ष 22-24 सत्र के प्रशिक्षुओं को शैक्षणिक परिभ्रमण के लिए सुरक्षित बस द्वारा रवाना किया गया. यह प्रशिक्षु सिलीगुड़ी साइंस सिटी को जानेंगे व समझेंगे. जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान डाइट फारबिसगंज के प्राचार्य आफताब आलम ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. मालूम हो कि प्रत्येक वर्ष शिक्षक प्रशिक्षुओं को परिभ्रमण कार्यक्रम के अंतर्गत अपने आसपास के ऐतिहासिक धरोहरों व विज्ञान साइंस टेक्नोलॉजी से जुड़े स्थानों को जानने और समझने का मौका मिलता है. जिससे वह अपनी जानकारी को अपडेट कर सकें. उसको अपने जीवन में उतार सकें. इस मौके पर प्रिंस कुमार, आशुतोष, इंद्रदेव, सुमंत, विकास, सरोज, प्रह्लाद, सुभाष, नीतीश कुमार, संजीव कुमार सहित दर्जनों प्रशिक्षु शिक्षक शामिल थे.
भागवत कथा जीवन का दर्पण : प्रेम दास
भरगामा.
रविवार को सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा महायज्ञ के तीसरे दिन कथा सुनने आसपास के जिलों से श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है. राम जानकी ठाकुरबाड़ी में श्रीमद्भागवत कथा 23 मई तक चलेगा. महामंडलेश्वर प्रेमदास जी महाराज उर्फ मोनी बाबा व श्रीमद्भागवत कथा के मुख्य कथावाचक श्रीधाम वृंदावन के आचार्य रुचिर शास्त्री जी महाराज ने कथा में कहा भागवत कथा जीवन का दर्पण है. यह जीवन की एक आदर्श संहिता है. इसके केवल श्रवण मात्र से ही कल्याण संभव नहीं है, बल्कि इसे आचरण में लाने पर ही भगवत फलदायी होगा. उन्होंने भागवत कथा की चर्चा करते हुए कहा भागवत कथा कोई वाह्य वस्तु नहीं है, बल्कि वह प्रक्रिया है जिसे परमात्मा को अपने अंतर्घट में ही जाना जाता है. कहा परमात्मा का साक्षात्कार ही भागवत कथा श्रवण है. इस मौके पर श्यामानंद सिंह,समाजसेवी ओमप्रकाश कुंवर टार्जन, अनमोल कुंवर, निर्मल सिंह, लोकगायक प्रदीप सिंह, मनीष कुमार सिंह सहित अन्य लोग मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है