सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा). गांव में पिता की मृत्यु की खबर मिलने के बाद दिल्ली से फ्लाइट से पटना और पटना से सड़क मार्ग द्वारा सिमरी बख्तियारपुर पहुंचे श्रम मंत्रालय में कार्यरत सुशील कुमार पिता की अर्थी के सामने ही श्मशान घाट में हार्ट अटैक से मौत हो गयी. घर के दो सदस्यों के इस तरह चले जाने से परिवार वाले पूरी तरह टूट गये हैं. घटना से गांव सहित पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गयी. यह दिल दहला देने वाली घटना नगर परिषद क्षेत्र के पुरानी बाजार में शनिवार को घटी. घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार पुरानी बाजार निवासी सेवानिवृत्त पंचायत सेवक 75 वर्षीय ब्रह्मदेव प्रसाद साह की मौत शनिवार अहले सुबह हो गयी. पिता की मृत्यु की खबर उनके परिजनों ने बड़े पुत्र दिल्ली सरकार के श्रम मंत्रालय में कार्यरत सुशील कुमार को फोन पर दी. पिता की मृत्यु की खबर मिलते ही सुशील कुमार दिल्ली से फ्लाइट से पटना पहुंचे. जहां से सड़क मार्ग द्वारा सिमरी बख्तियारपुर अंतर्गत पुरानी बाजार पहुंचे. दिन के तीन बजे के करीब करीब पिता ब्रह्मदेव साह की शव यात्रा निकाली गयी. ग्रामीण सहित सुशील कुमार पिता की अर्थी को कंधा देते हुए टोला से कुछ दूरी पर स्थित श्मशान घाट पहुंचे. शव की मुखाग्नि देने से पूर्व ही अचानक सुशील कुमार बेहोश होकर गिर पड़े. सुशील कुमार के मंझले भाई खगड़िया सदर अस्पताल में कार्यरत सुनील कुमार को आभास हो गया कि भाई को हार्ट अटैक आया है. उन्होंने समय ना गंवाते हुए अपने भाई को सीपीआर दिया और परिजनों की सहायता से स्थानीय अनुमंडलीय अस्पताल लेकर आये. अस्पताल में तत्कालीन उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए सहरसा रेफर कर दिया गया. सहरसा स्थित निजी अस्पताल में ले जाने के बाद वहां मौजूद डॉक्टरों ने सुशील कुमार को मृत घोषित कर दिया. वहीं श्मशान घाट पहुंच चुके पिता ब्रह्मदेव साह के शव को छोटे पुत्र संतोष कुमार द्वारा मुखाग्नि देकर पंचतत्व में विलीन किया गया. इधर सहरसा से ही रविवार अहले सुबह पुत्र सुशील कुमार के शव को परिजनों द्वारा पटना स्थित गंगा घाट ले जाकर अंतिम संस्कार किया गया. वहीं एक ही घर में पिता – पुत्र की मौत की खबर शहर में चर्चा का विषय बन गयी है. हर कोई ऐसी हृदय विदारक घटना से मर्माहत है.
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