कटिहार. सदर प्रखंड के भवाड़ा पंचायत भवन में रविवार को एक बैठक हुई. बैठक में कृषि समन्वयक, कृषि सलाहकार, सरपंच, उपसरपंच ने किसानों को मोटा अनाज के रूप में खरीफ मौसम में मकई, बाजरा, ज्वार, रागी, कोदो, सामा, मड़वा समेत अन्य फसलों की खेती पर बल दिया. इसके मद में मिलने वाली विभागीय अनुदान व लाभ से अवगत कराया गया. इस दौरान किसानों ने मोटा अनाज की खेती को लेकर बाजार के साथ समय पर बीज उपलब्ध कराये जाने को लेकर आवाज मुखर की. किसान सलाहकार सीमा कुमारी, कृषि समन्वयक सूजी कुमारी, दलन पूरब के सरपंच दिनेश मोहन ठाकुर, उपसरपंच रविशंकर श्रवणे ने मौजूद किसानों को मोटे अनाज की खेती से संबंधित लाभों से अवगत कराया. उनलोगों ने बताया कि सरकार फिर से मोटे अनाज की खेती की ओर ध्यान दे रही है. मोटे अनाज से खासकर कई तरह की बीमारियों से छुटकारा के साथ लोगों में रोग से लड़ने की क्षमता को बढ़ाता है. मकई की खेती को लेकर किसानों को विभाग की ओर से नीम का तेल, ट्राइकोडरमा एक लीटर, एजोबैक्टर, पीएसीबी एक लीटर, एलईजोपीसीओ अनुदान के तहत उपलब्ध कराया जायेगा. शंकर मक्का की खेती के लिए किसानों को पहले चौबीस सौ रुपये लगाना होगा. यह राशि उसके खाता में भेजी जायेगी. प्रति एकड़ शंकर मक्का आठ किलो बीज उपलब्ध कराया जायेगा.
बाजरा, सामा, कादो रागी के लिए मिलेगा 4600 रुपये
किसान सलाहकार सीमा कुमारी, कृषि समन्वयक सूजी कुमारी समेत अन्य ने मौजूद किसानों को बाजरा, सामा, कादो, रागी की खेती के लिए विभाग द्वारा मिलने वाली अनुदान की राशि से अवगत कराया. उनलोगों ने बताया कि इसकी खेती के लिए पहले किसानों को 2400 रुपये लगाना होगा. किसानों को दो हजार रुपये प्रोत्साहन राशि के रूप में दिया जाना है. जांच पड़ताल के बाद कुल 4600 रुपये उपलब्ध कराया जायेगा. बाजरा के बीज के साथ दवा के रूप में नीम का तेल दो लीटर, बेसिल्स एक लीटर आदि अनुदानिक दर पर उपलब्ध कराया जायेगा. इस मौके पर किसान अब्दुल लतीफ, प्रह्लाद महतो, अब्दुल खालिक, बैजनाथ महतो, शीश मोहम्मद, अब्दुल गफ्फार, नागेन्द्र साह, नंदकिशोर साह, गोपाल साह आदि मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है