मधुबनी . आयुष्मान भारत डिजिटल हेल्थ मिशन के तहत सदर अस्पताल सहित जिले के सभी 25 स्वास्थ्य संस्थानों में इलाज के लिए आने वाले मरीजों का स्कैन एंड शेयर के माध्यम से रजिस्ट्रेशन करने का निर्देश सिविल सर्जन डा नरेश कुमार भीमसारिया ने वीसी के माध्यम से दिया है, ताकि मरीजों को लंबी-लंबी लाइनों में लगने से निजात मिलेगी. सीएस ने कहा कि 100 से अधिक रजिस्ट्रेशन के बाद प्रति रजिस्ट्रेशन स्वास्थ्य संस्थानों को 20 रुपए की राशि आयुष्मान भारत डिजिटल हेल्थ मिशन द्वारा दी जाएगी. दूसरी ओर सरकार द्वारा आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट के तहत आम नागरिकों को भी पंजीकृत किया जा रहा है. इसको लेकर जिले के सभी पीएचसी के ओपीडी काउंटर, एचडब्ल्यूसी एवं एपीएचसी में भी आम लोगों का आभा कार्ड बनाया जा रहा है. इसके लिए आम लोगों को आधार कार्ड ले जाने की आवश्यकता होती है. इसके साथ ही आशा, आशा फैसिलिटेटर एवं एएनएम द्वारा भी वीएचएसएनडी सत्र स्थल एवं नियमित टीकाकरण के दिन लोगों को आभा आईडी के लिए जागरूक किया जा रहा है. आभा कार्ड जिले के वैसे सभी लोगों का बनेगा जिनका आधार कार्ड है. इसमें बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक को शामिल किया गया है. जिले में अब तक 13 लाख 4 हजार लोगों की आईडी बनायी गयी है. सिविल सर्जन डॉ. नरेश कुमार भीमसारिया ने कहा आभा हेल्थ आईडी कार्ड 14 अंकों का यूनिक नंबर है. इसके साथ मरीज अपने सभी स्वास्थ्य रिकॉर्ड को डिजिटल रूप से लिंक कर सकते हैं. 30 सेकेंड से कम समय में आधार नंबर या मोबाइल नंबर का उपयोग करके मरीज आभा हेल्थ आईडी कार्ड बना सकता है.
आभा हेल्थ आईडी कार्ड के लाभ
जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी सुनील कुमार ने कहा कि देश में, सत्यापित डॉक्टरों, अस्पताल एवं स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को आभा हेल्थ आईडी कार्ड देकर उनसे सभी मेडिकल रिकॉर्ड जैसे लैब रिपोर्ट, प्रिस्क्रिप्शन, अस्पताल के भर्ती एवं डिस्चार्ज के विवरण, एमआर आई रिपोर्ट आदि साझा कर सकते हैं. इसके बाद मरीजों को डॉक्टर से मिलने के लिए रिपोर्ट साथ ले जाने या अस्पताल का भर्ती फॉर्म भरने के लिए लंबी लाइनों में खड़े होने की जरूरत नहीं होगी.
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