कोडिंग के खिलाफ ई रिक्शा चालकों का विरोध थम नहीं रहा है. रविवार को बड़ी संख्या में ई रिक्शा चालक हवाई अड्डा के पास जुटे. सभी रिक्शा चालकों ने एक स्वर में कोडिंग के अनुसार परिचालन का विरोध किया. रिक्शा चालकों का उक्त आयोजन किसी भी संगठन के बैनर तले नहीं किया गया था और कार्यक्रम का नेतृत्व करने वाले भी कई लोग थे. सभी चालकों ने कहा कि कोडिंग के अनुसार उनलोगों की कमाई काफी कम हो गयी है. कई रिक्शा चालकों ने मौके पर अपनी बात रखते हुए कहा कि उनलोगों की कमाई में 50 फीसदी से अधिक की कमी आयी है. ऐसी स्थिति में उनलोगों का गुजर बसर कैसे होगा, यह चिंतनीय है. कोडिंग में दो से तीन किलोमीटर परिचालन की ही स्वीकृति दी जा रही है. ऐसी स्थिति में कुछेक रूटों को छोड़ कर अधिकांश रूटों पर अपेक्षाकृत पैसेंजर नहीं मिल रहे हैं. रिक्शा चालकों ने कहा कि वे लोग चरणबद्ध रूप से कोडिंग का विरोध जारी रखेंगे.
कोडिंग के एवज में अवैध वसूली की भी बात आयी सामने
बैठक में अवैध वसूली की बात भी सामने आयी. कई रिक्शा चालकों ने कथित रूप से एक फर्जी संगठन पर कोडिंग के एवज में अवैध वसूली करने का आरोप लगाया. रिक्शा चालकों ने बताया कि कोडिंग के नाम पर खुले आम दोहन किया जा रहा है. रकम खर्च करने वाले टोटो चालकों को मनचाहा रूट दिया गया है.
टोटो चालकों की मांग
टोटो चालकों ने प्रशासनिक पदाधिकारियों का ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा कि अगर प्रशासन को कोडिंग के अनुसार ही परिचालन करना है तो परिचालन के दायरे को बढ़ा कर तीन से दस किलोमीटर करना चाहिए. तकि सभी टोटो चालक अच्छी तरह से कमाई कर सके. बैठक में शिव कुमार पोद्दार, रवि कुमार राय, अमित कुमार, बबलू कुमार, लालू गोस्वामी, अनुज कुमार सिंह, बबलू मंडल, मो जुबैर, कैलाश साह, छोटू कुमार, मो जावेद समेत बड़ी संख्या में टोटो चालक शामिल थे.
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