मोरवा : प्रखंड क्षेत्र में संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों के लिए मिलने वाले निवाले से रसूखदारों के पेट भरते हैं. समय से पैसे नहीं पहुंचने पर देख लेने की धमकी मिलती है. होशो हवास में रहकर सिस्टम के मुताबिक काम करने की नसीहत दी जाती है. मामला प्रखंड के सीडीपीओ कार्यालय से जुड़ा है. जहां एक पार्टी के प्रखंड अध्यक्ष ने प्रधान सहायक दुर्गा प्रसाद सिंह को मोबाइल पर तरह-तरह की धमकी देते हुए सिस्टम के तहत काम करने की नसीहत दी है. फोन पर यह भी कहा गया है कि अधिकारी व कर्मियों को सिस्टम में रहकर ही काम करना पड़ेगा. इस आशय का ऑडियो वायरल होते ही क्षेत्र में चर्चा तेज हो गयी कि आखिर बच्चों के लिए मिलने वाले पोषाहार की राशि से कितने बड़े-बड़े लोगों के पेट भरे जाते हैं. पूछे जाने पर कार्यालय कर्मियों ने बताया कि प्रखंड क्षेत्र में संचालित सभी आंगनबाड़ी केंद्रों से क्रय पंजी पर हस्ताक्षर के नाम पर 1500 से 2000 प्रति केंद्र लिये जाते हैं. राशि कई जगह दी जाती है. मोबाइल पर प्रखंड अध्यक्ष द्वारा हर महीने 20,000 देने की बात कही गई है. जवाब में प्रधान सहायक द्वारा बताया गया कि मार्च महीने का भुगतान उन्हें मिल चुका है. ज्यादा बात करना है तो सीडीपीओ से बात करें. ऐसी बात सुनते ही प्रखंड अध्यक्ष भड़क गये. मोबाइल पर ही प्रधान सहायक की ऐसी-तैसी करने लगे. इस बाबत प्रधान सहायक दुर्गा प्रसाद सिंह ने बताया कि उनके अधिकारी सीडीपीओ द्वारा जो भी निर्देश दिये जाते हैं उसका पालन किया जाता है. दूसरी ओर इस संबंध में प्रखंड अध्यक्ष से मोबाइल पर संपर्क साधने की कोशिश की गयी, परंतु इसमें सफलता नहीं मिली.
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