मझगांव : मझगांव प्रखंड में बलियापोसी पंचायत के गुड़गांव नदी से करोड़ों रुपये से संचालित ग्रामीण जलापूर्ति योजना एक माह से बंद है. इसका कारण नदी में पानी का कम होना है. इससे बलियापोसी, पड़सा व मझगांव पंचायत के दर्जनों गांव के 23 सौ परिवार पानी के लिए परेशान हैं. यह योजना पिछले चार वर्षों से योजना चालू हुई है, तब से प्रत्येक वर्ष मार्च माह के बाद पानी कम हो जाने से ग्रामीण जलापूर्ति योजना बंद हो जाती है. इस वर्ष भी ऐसा हुआ है. इससे ग्रामीणों में रोष है.
चेकडैम निर्माण नहीं होने से हर साल परेशानी
जानकारी के अनुसार, क्षेत्र के ग्रामीणों ने शुरू से ही नदी में पानी स्टोर के लिए चेकडैम का निर्माण करने की मांग की थी. ग्रामीणों का कहना है था कि सबसे ज्यादा परेशानी अप्रैल-मई माह में होती है. क्योंकि गर्मी में अधिकतर तालाब और कुएं सूख जाते हैं. जब लोगों को पानी की सबसे ज्यादा जरूरत होती है, उस दौरान ही पानी सप्लाई बंद हो जाती है. क्षेत्र के ग्रामीण 42-44 डिग्री चिलचिलाती धूप में पानी के लिए भटकने को विवश हो जाते हैं. लेकिन इस ओर पीएचडी विभाग के पदाधिकारी मौन धारण थे. नतीजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है.
क्या कहते हैं ग्रामीण
एक माह से ज्यादा हो गया गांव में एक बूंद पानी नहीं मिला है. हम लोग दूसरे गांव से पानी लाकर काम चला रहे हैं. सागर पिंगुवा, ग्रामीण———————-
पानी बंद होने के बाद से यहां-वहां से पानी लाना पड़ रहा है. इस योजना के बाद से गांव में दूसरा योजना भी नहीं मिल रही है. -आफताब अंसारी, ग्रामीण———————–पूरे बस्ती के लोग लाभुक तो बने, लेकिन एक दिन भी पानी नसीब नहीं हुआ, विभाग बिना नाप तौल के ही पाइपलाइन बिछा दी.- मो अंजार, ग्रामीण—————————
पानी बंद होने से काफी परेशानी हो रही है. तालाब से पानी लाकर कार्य चल रहा है, सबसे ज्यादा परेशानी पीने के पानी में हो रही है. -सावित्री बिरुवा, गृहिणी—————————-सरकार करोड़ों रुपये खर्च कर ग्रामीणों को पानी मुहैया करवाने के लिए योजना आरंभ की थी, लेकिन ग्रामीणों को कोई फायदा नहीं सिर्फ ठेकेदारी हुई है. -मो मुमताज़ ग्रामीण————–
विभाग के पदाधिकारी को बार-बार अवगत कराया जा रहा है कि नदी में पानी स्टोर के लिए जल्द से जल्द व्यवस्था हो. बावजूद विभागीय पदाधिकारी मौन हैं. -लंकेश्वर तामसोय, जिप सदस्य मझगांवडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है