Mamata Banerjee : लोकसभा चुनाव के बीच राज्य की मुख्यमंत्री का संतों के राजनीति में आने के बयान पर पहले भी कई हलकों में हंगामा हो चुका है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने भारत सेवाश्रम के कार्तिक महाराज पर बीजेपी के लिए प्रचार करने और तृणमूल एजेंटों को चुनाव में बैठने से रोकने का आरोप लगाया है. कार्तिक महाराज ने ममता बनर्जी के खिलाफ कानूनी नोटिस भी भेजा है. महाराज ने संगठन के बारे में कथित रूप से अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए ममता बनर्जी से मांफी मांगने को भी कहा है.
संत ने ममता बनर्जी को भेजा कानूनी नोटिस
ममता बनर्जी को कानूनी नोटिस भेजने की पुष्टि करते हुए स्वामी प्रदीप्तानंद महाराज ने कहा, ‘अगर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी निजी तौर पर मुझे अपमानित करतीं तो मुझे इससे फर्क नहीं पड़ता. एक आध्यात्मिक गुरु होने के नाते हम निजी आलोचना से प्रभावित नहीं होते क्योंकि हम यहां लोगों की सेवा के लिए हैं. लेकिन उन्होंने (ममता ने) संगठन को अपमानित किया है, जो अस्वीकार्य है. लेकिन कार्तिक महाराज को लेकर दिए गए अपने बयान पर तृणमूल सुप्रीमो अब भी अड़ी हुई हैं.
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मैंने एक या दो व्यक्तियों के खिलाफ की थी बात : सीएम
सोमवार को बांकुड़ा की चुनावी सभा से ममता बनर्जी इस मुद्दे पर फिर बोलीं. उन्होंने कहा, मैं रामकृष्ण मिशन के खिलाफ नहीं हूं. किसी संगठन का अपमान नहीं किया है.मैं गंगासागर में भारत सेवाश्रम जाती हूं. वे मुझसे बहुत प्यार करते हैं, ख्याल रखते हैं, देश के लिए बहुत काम करते हैं. मैंने कार्तिक महाराज नाम के एक व्यक्ति की बात की है. उन्होंने मतदान के दौरान हमारे एजेंट को बूथ में बैठने नहीं दिया. कुछ दिन पहले मुर्शिदाबाद में जो दंगा हुआ, उसकी साजिश रची गई थी