पाकुड़. कांग्रेस जिलाध्यक्ष श्रीकुमार सरकार ने सोमवार को कांग्रेस भवन में पत्रकार वार्ता की. उन्होंने बताया कि ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम को लेकर कई तथ्यहीन बातें सामने लाई जा रही है. चाहे उनकी संपत्ति का मामला हो, उनके रिश्तेदारों का मामला हो या अन्य कोई भी मामला हो. लोग बिना सत्यता जाने सोशल मीडिया में झूठा प्रचार कर रहे हैं. इससे हमें बचने की जरूरत है. यदि कोई बात सच है तो उसे दिखाने बताने में कोई हर्ज नहीं है, लेकिन यदि कोई बात ही गलत है तो उसे प्रसारित करना किसी व्यक्ति के व्यक्तित्व को धूमिल करने जैसा है. बताया कि मंत्री आलमगीर आलम कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं. झारखंड में वह सबसे वरीय नेता हैं. वह अपने पद से कब इस्तीफा देंगे या नहीं देंगे. यह उन पर निर्भर करता है. पार्टी उन पर कोई स्वान नहीं दे रही है. हम जानते हैं कि देश के कई नेताओं को ईडी ने नोटिस किया है, लेकिन पहले नोटिस पर कई नेता नहीं गए. मंत्री श्री आलम कानून का सम्मान करते हैं. इसलिए वह ईडी की पहली नोटिस पर ही चले गए थे. इसके बाद ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. पार्टी कानूनी पहलुओं पर भी विचार कर रही है ताकि कोर्ट में उनकी जमानत को लेकर अर्जी दाखिल की जा सके. वहीं उन्होंने बताया कि हमारे पार्टी के जिला महासचिव दाऊद मरांडी एक हफ्ता पहले दिन भ्रमित होकर दूसरी पार्टी के करीब गए थे, जो खुद-ब-खुद फिर कांग्रेस पार्टी में जुड़ गए हैं. वे कांग्रेस पार्टी की नीतियों के साथ आगे बढ़ेंगे. राजमहल लोकसभा क्षेत्र से इंडिया गठबंधन समर्थित झामुमो प्रत्याशी विजय हांसदा की जीत को लेकर काम करेंगे. प्रेस कांफ्रेंस में प्रखंड अध्यक्ष मांसारुल हक, कांग्रेस जिला प्रवक्ता मुख्तार हुसैन, जिला सचिव कृष्ण यादव आदि मौजूद थे.
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