– वन प्रमंडल भागलपुर की ओर से सुंदरवन में स्थानीय कारीगरों को मिलेगा प्रशिक्षण, लगेगी प्रदर्शनी वरीय संवाददाता, भागलपुर वन प्रमंडल भागलपुर के प्रयास से सुंदरवन परिसर में बांस से बने सजावटी सामान व कलाकृतियों की बिक्री के सोवेनियर शॉप का निर्माण जारी है. सोवेनियर शॉप को उड़ीसा के कारीगर बांस से ही तैयार कर रहे हैं. इसको बनाने में लोहे की बजाय बांस के नुकीले कील का इस्तेमाल हो रहा है. वन प्रमंडल भागलपुर के रेंज ऑफिसर राजेश कुमार ने बताया कि यहां डाॅल्फिन, गरुड़ व मंजूषा आर्ट से जुड़ी प्रदर्शनी भी लगेगी. बांस की कलाकृति तैयार करने वाले लोकल कारीगरों को इस अभियान से जोड़ा जायेगा. अबतक जिले के कारीगर सूप, डलिया समेत पूजा-पाठ व घरेलू कार्य में काम आने वाले बांस के सामान तैयार करते थे. अब इनकी कारीगरी का दायरा बढ़ाया जायेगा. इसके तहत टेबुल, कुर्सियां व सजावट के सामान बनाने के लिए सिखाया जायेगा. भागलपुर व बांका समेत आसपास के जिलों में बांस का भरपूर उत्पादन भी होता है. बांस का डलिया व सूप बना रहे सैकड़ों परिवार : इस समय जिले में बांस की कलाकृति बनाने वाले सैकड़ों परिवार हैं. इस कला को बढ़ावा देने के लिए अबतक सरकारी स्तर से कोई प्रयास नहीं हुआ था. जबकि स्थानीय कारीगरों की ओर से छठ, तीज, जितिया, दुर्गापूजा, कालीपूजा व विषहरी पूजा समेत अन्य त्योहारों पर प्रयोग होने वाले सूप, डलिया, पंखा समेत अन्य सामान बनाये जा रहे हैं. वहीं घरों में दैनिक कार्य में उपयोग होने वाली डलिया, चटाई भी बनते हैं. अगर इन्हें सरकारी मदद मिले तो जिले के हजारों लोगों की आय बढ़ेगी.
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