बेतिया. पश्चिम चंपारण समेत समीपवर्ती इलाके में मौसम का मिजाज बदल गया है. सोमवार की सुबह करीब सात बजे बादलों की तेज गरज और आंधी के साथ शुरू हुई वर्षा जारी रही. अगले एक से डेढ़ घंटे में जिले में कही हल्की तो कही माध्यम और जिलाभर विभिन्न स्थानों पर झमाझम बरसात हुई. प्री मानसून की इस बरसात से पहले गर्मी और उमस से हल्कान रहे जिले के जन जीवन को बड़ी राहत मिली. जिला में कई स्थानों पर सड़क या किनारे पानी जमा हो गया. लेकिन कुछ देर में ही उस पानी को प्यासी धरती ने मानो सोख लिया. उसकी बाद भी आसमान में बादल छाए होने के बावजूद उमस के कारण लोगों की बेचैनी और और बढ़ गई. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार पश्चिम चंपारण समेत समीपवर्ती कई और इलाकों में तापमान में गिरावट आई है. मौसम विज्ञान केंद्र से जारी रिपोर्ट में चक्रवाती परिसंचरण से लेकर पूर्वी उत्तर प्रदेश, उत्तर बिहार और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल होते हुए दक्षिणी असम तक के मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है. इधर माधोपुर कृषि अनुसंधान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. धीरू कुमार तिवारी ने बताया मानसून पूर्व की वर्षा के साथ मेघ गर्जन के साथ आंधी और सबसे अधिक ओला पात की आशंका रहती है. फिलहाल ओला वृष्टि नहीं होने के कारण आम, लीची जैसे मौसमी फलों के साथ गन्ना, मक्का, सब्जी आदि की फसलों को लाभ ही हुआ है. लोकल फॉल्ट के कारण औसतन 50-55 की जगह 28-30 मेगावॉट ही रहा बारी टोला ग्रिड पर बिजली सप्लाई का लोड आंधी के साथ बरसात के कारण सबसे प्रतिकूल स्थिति ग्रामीण क्षेत्र में बिजली आपूर्ति पर पड़ी. बारी टोला ग्रिड के सहायक अभियंता अंकित कुमार ने बताया कि दिन में औसतन 50-55 की जगह 28-30 मेगावॉट ही बिजली आपूर्ति रहीं. इसके कारण प्रायः सभी पीएसएस में पांच से सात मेगावॉट की जगह दो से तीन मेगावॉट ही लोड नौतन, बैरिया, कुमारबाग, चनपटिया आदि पीएसएस में लोड रहा. वही योगापट्टी के सप्लाई सिस्टम के 33 हजार सप्लाई लाइन में बहुअरवा में जम्फर उड़ जाने से करीब चार घंटे तक सप्लाई बाधित रही. प्रायः प्रत्येक पीएसएस में लोकल फॉल्ट यथा अनेक स्थानों पर जमफर उड़ने या फ्यूज जल जाने से के कारण जिला के प्रायः सभी ग्रामीण क्षेत्र में मध्याह्न 12 बजे के बाद तक बिजली गायब रही.
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