समस्तीपुर. पुलिस मुख्यालय की ओर से जिला पुलिस को डायल 112 सेवा के तहत कई सुविधाओं से लैश पांच बुलेट बाइक मिली है. इसकी मदद से अब पुलिस तंग गलियों, कम चौड़े रास्ते पर भी आसानी से पीड़ित लोगों तक इमरजेंसी सेवा उपलब्ध करा पायेगी. सोमवार को पुलिस अधीक्षक विनय तिवारी के आदेश पर नगर, मुफस्सिल, मथुरापुर, दलसिंहसराय और रोसड़ा पुलिस थाना में इमरजेंसी सेवा के लिए डायल 112 के एक-एक बुलेट बाइक प्रदान किया गया और इसे क्रियाशील बनाया जा रहा है. सभी वाहनों पर सिफ्ट वाइज थानों के पुलिस पदाधिकारी और सिपाही को ड्युटी पर प्रतिनियुक्त किया गया. लाइन डीएसपी सुनील कुमार सिंह ने बताया कि नई बुलेट बाइक कई तरह की सुविधाओं से लैस है. हर बाइक पर सिपाही के पास संपर्क के लिए मोबाइल रहेगा. साथ ही आग बुझाने के लिए छोटा अग्निरोधक यंत्र, हैंड सिग्नल देने की सुविधा, आपातकालीन इलाज के फस्ट एड किट, सायरन से लेकर माइक तक की सुविधा है. पहले पुलिस थाना में डायल 112 के चार पहिया वाहन से टीम को तंग गलियों और कम चौड़े रास्ते पर जाने में काफी कठिनाई होती थी. लेकिन अब वैसे जगहों पर पुलिस अब बुलेट के सहारे आसानी से पहुंच जायेगी. बुलेट वाहन की उपलब्धता से जिले में पुलिसिंग व्यवस्था सुदृढ होगी. पुलिस के कार्यक्षमता एवं दक्षता बढ़ेगी. विधि व्यवस्था संधारन में पुलिस को मदद मिलेगी. पुलिस थाना में डायल 112 बुलेट बाइक पर इमरजेंसी सेवा चौबीस घंटे उपलब्ध रहेगी. इस कारण सिफ्ट वाइज पुलिस कर्मियों को ड्युटी लगाई गई है. ज्ञातव्य हो कि पूर्व में पुलिस मुख्यालय की ओर से पिछले साल जनवरी माह में जिला पुलिस को इमरजेंसी सपोर्ट सिस्टम (इआरएसएस ) के तहत 26 चार पहिया वाहन मिला था जो क्षेत्र में चौबीस घंटे क्रियाशील है. पिछले एक साल में ईआरएसएस का परफारमेंस काफी बेहतर रहा. पीड़ितों के मोबाइल काल आते से दस से पंद्रह मिनट में डायल 112 की टीम घटनास्थल पर पहुंच जाती है. लाइन डीएसपी ने बताया कि डायल 112 की टीम दुर्घटना, घरेलू हिंसा, अगलगी की घटना समेत आपात स्थित में लोगों की तुरंत सहायता करेगी.
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