चाईबासा. जगन्नाथपुर थानांतर्गत मौलानगर बस्ती में रविवार की रात पुलिस ने छापामारी कर भारी मात्रा (717 बोतल) में मादक पदार्थ (प्रतिबंधित कप सिरप) व 2.18 लाख नगद रुपये बरामद किया है. पुलिस अधीक्षक (एसपी) आशुतोष शेखर ने बताया कि स्थानीय लोगों से पुलिस को सूचना मिली कि मौलानगर बस्ती निवासी मशरूर आलम उर्फ कोटे मादक द्रव्य पदार्थों की अवैध रूप से खरीद-बिक्री करता है. इसके बाद 19 मई को सहायक पुलिस अधीक्षक अमित आनंद के नेतृत्व में मौलानगर निवासी मशरूर आलम उर्फ कोटे के घर में छापामारी की गयी. आरोपी अपने घर से फरार हो गया. उसके घर से अवैध मादक पदार्थ, नगद 2,18,200 रुपये, एक कार और स्कूटी बरामद किया है. 20 मई, 2024 को जगन्नाथपुर थाना में आरोपी के खिलाफ ड्रग्स एक्ट के अंतर्गत प्राथमिकी दर्ज हुई है.
बरामद सामान
1. कोडिन बनरेक्स कफ सिरप (100 एमएल की बोतल) : 600 पीस
2. कोडिन विनसिरेक्स कफ सिरप (100 एमएल की बोतल) : 174 पीस3. नगद : 2,18,200 रुपये4. मारुति 800 कार व बिना नंबर की स्कूटी
छापामारी टीम :
छापामारी टीम में सहायक पुलिस अधीक्षक अमित आनंद, परिवीक्ष्यमान पुलिस उपाधीक्षक प्रदीप कुमार, प्रखंड विकास पदाधिकारी जगन्नाथपुर अमित कुमार मिश्रा, जगन्नाथपुर थाना प्रभारी शिवनारायण तिवारी, जगन्नाथपुर थाना के पुअनि मो इमरान, पुअनि संजय कुमार सिंह, झींकपानी थाना प्रभारी रितेश कुमार, जगन्नाथपुर थाना के सअनि अजय कुमार सिंह व सशस्त्र बल के जवान शामिल थे.मार्च, 2020 में भी हुई थी छापेमारी
मालूम हो कि मार्च, 2020 में जगन्नाथपुर में एसडीओ व डीएसपी ने छापेमारी कर हसन इमाम उर्फ बड़का के घर से 65 फाइल कोरेक्स सिरप व 552 टैबलेट बरामद किया था. वहीं, तीन लाख 12 हजार 700 रुपये नगद बरामद किया था. जगन्नाथपुर के एक व्यक्ति के घर से 500 फाइल कोरेक्स सिरप बरामद किया गया था. एक आरोपी गिरफ्तार हुआ था.हाटगम्हरिया से पकड़ा गया था आरोपी
वहीं, 13 जून, 2020 में हाटगम्हरिया थाना क्षेत्र के कोचड़ा गांव में सफेद कार से डीएसपी ने 21 बैन कोरेक्स पाया था. आरोपी बड़का ने स्वीकार किया था कि वह अवैध रूप से नशा सेवन के लिए बैन कोरेक्स सिरप की बिक्री करने जा रहा था. उसके पास से दो मोबाइल व 7680 रुपये नकद, कार सहित 21 पेटी सिरप जब्त कर आरोपी बड़का को गिरफ्तार किया गया था.युवाओं में बढ़ रही मादक पदार्थों की लत
जानकारी के अनुसार, युवाओं में मादक पदार्थ की लत बढ़ रही है. जगन्नाथपुर अनुमंडल के अलग-अलग वार्डों और गांवों के युवा पूरी तरह नशे की चपेट में हैं. खांसी में उपयोग आनेवाली दवा का उपयोग नशा के रूप में होता है. इसपर सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया है. कोरेक्स की सप्लाई बंद है. एक व्यक्ति रोजाना 5-6 बोतल कोरेक्स गटक जाता है. कई किशोरों ने नशापान को अपना फैशन बना लिया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है