गिरिडीह.
जमुआ विधानसभा क्षेत्र के कोसोगोंदोदिघी के बूथ नंबर 158 और 159 में मतदाताओं की काफी भीड़ लगी हुई थी. दोपहर 12.24 बजे भी बूथ पर लंबी कतार लगी हुई थी. इस बूथ पर भूमिहार, ब्राह्मण, साव जी के अलावा अन्य जाति के भी काफी संख्या में वोटर देखे गये. इस बूथ पर किसी जमाने में लोग कांग्रेस के तिलकधारी सिंह को समर्थन करते थे. वोटरों का कहना है कि अब समय बदल गया है. 65 वर्षीय परमेश्वर राम ने कहा कि मोदी जी ने गरीबों के लिए कई सुविधाएं दी हैं. बैजनाथ सिंह ने कहा कि पिछले बार उनलोगों ने सांसद अन्नपूर्णा देवी को जिताया, लेकिन वह क्षेत्र में कभी नहीं दिखी. बावजूद इसके केंद्र में मोदी सरकार बनना जरूरी है. 38 वर्षीय पप्पू राय कहते हैं कि गांव के कई लोगों को घर मिला है. पीडीएस अनाज मिला. हर घर को शौचालय मिला. बुजुर्गों को पेंशन मिल रहा है. यह सब मोदी की देन है. यह अलग बात है कि राज्य में भ्रष्टाचार से लोग त्रस्त हैं. लेकिन ऐसे लोगों को मोदी जी छोड़ने वाले नहीं हैं. सीबीआइ और इडी का डर सभी को है. 65 वर्षीया यशोदा देवी ने कहा कि मोदी जी विकास पुरुष हैं. उन्हें आवास नहीं मिला, पानी नहीं मिला, लेकिन फिर भी भाजपा को वोट देने के लिए वह सुबह में ही बूथ पर गयीं और वोट दी. इंद्रदेव राय ने कहा कि देश में काफी बदलाव आया है और राष्ट्रहित में अब काम हो रहा है.लोग जीत कर जाते हैं, लेकिन वायदे को पूरा नहीं करते :
जमुआ विधानसभा के देवरी प्रखंड में स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय लबनिया के बूथ नंबर 24 में सुबह से ही मतदाताओं की भीड़ लगी हुई है. लेकिन दो बजे के बाद बूथ पर आने वाले लोगों का सिलसिला घटता गया. लगभग 3.35 बजे 100 वर्षीय जलेश्वर सिंह पहुंचे. उन्होंने कहा कि देश हित में और देश के विकास के लिए अपने जनप्रतिनिधि का चयन करना जरूरी है. उन्होंने कहा कि कई बार का चुनाव उन्होंने देखा है और मतदान किया है. श्री सिंह ने कहा कि यह दुर्भाग्य है कि लोग जीतकर जाते हैं, लेकिन वोटरों से किये गये वायदे को पूरा नहीं करते. आज भी इलाके में पीने का पानी लोगों को नहीं मिल पा रहा है. कई इलाके में खेती नहीं हो पा रही है. कृषि प्रधान इलाका होने के बाद भी क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा नहीं है. 3.35 बजे तक इस बूथ पर 824 वोटरों में से 430 वोटरों ने अपना वोट दे दिया था. यहां 395 में से 239 महिलाओं ने वोट दिया है. पुरुष वोटरों की कमी की चर्चा करते हुए लोगों ने बताया कि रोजगार की खोज में काफी संख्या में पुरुष बाहर पलायन कर चुके हैं. बंगारो प्राथमिक विद्यालय के बूथ नंबर 34 में शौचालय की व्यवस्था नहीं थी. जमुआ के देवरी में स्थित प्राथमिक विद्यालय बंगारो में तैनात मतदान कर्मी मुकेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि पीने का पानी उन्हें ढोकर लाना पड़ा. खाना होटल से मंगवाया और बिजली नहीं रहने के कारण वे लोग रात में सो नहीं पाये.
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