प्रतिनिधि, दारू दारू और सदर प्रखंड क्षेत्र में पिछले 15 दिनों से हाथियों के उत्पात से ग्रामीण दहशत में हैं. पिछले कई दिनों से हाथियों के झुंड फसल, आम बगान, मकान समेत कई किसानों के सामान को बर्बाद कर रहे हैं. झुंड दो दिन पहले इस क्षेत्र को छोड़कर बाहर निकला ही था कि झुंड से बिछड़ा एक हाथी 20 मई को फिर से गांव में पहुंच कर उत्पात मचाया. एक हाथी के उत्पात से पूरा गांव दहशत में है. जानकारों के अनुसार झुंड से बिछड़ा हाथी बहुत ही आक्रोशित व अक्रामक होता है, जाे कभी भी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में रहता है. दो वर्ष पूर्व दारू के चिरूवां गांव में बिछड़ा हाथी ने एक किसान को पटक मार डाला था. एक हाथी देखते ही लोग भयतीत हो जाते हैं. इसके बाद पिपचों और टाटीझरिया में भी एक महिला को हाथी ने मार डाला था. कवालू में प्रभात सिंह की चाहरदीवारी तोड़ने के बाद हाथी बानाहप्पा गांव आ धमका. वहां पर एक प्लांट के गेट को तोड़कर अंदर घुसकर कई सामान को क्षतिग्रस्त किया. यह हाथी बानाहप्पा जंगल की ओर चला गया. वहीं, हाथियाें का झुंड बीते रात टाटीझरिया के मडप्पा में है. वन विभाग ने झुंड को भगाने के लिए दो टीम लगायी है. झुंड में करीब 33 हाथी शामिल हैं. इसमें कई हाथी के बच्चे हैं. यह झुंड दो दिशा में बंट गए हैं. इससे लगातार क्षेत्रों में डर का महौल बना हुआ है. वन विभाग के अनुसार झुंड में से एक हाथी की मौत 12 मई को सदर प्रखंड के सरौनी में हो गयी थी. इस घटना के बाद सभी हाथी आक्रोशित रूप में विचरण कर रहे हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है