समस्तीपुर. मोरदीवा पीएचसी की एएनएम रूबी कुमारी ने ईएमटी राजेश कुमार पर धमकी देने व दुर्व्यवहार की शिकायत प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र समस्तीपुर से की. शिकायत के बाद प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने मामले की जांच के लिये तीन सदस्यीय जांच दल का गठन 16 मई 2024 को किया है. जांच दल में स्वास्थ्य प्रशिक्षक राजीव रंजन, प्रखंड स्वास्थ्य प्रखंड केसरी कुमार सिन्हा व स्थापना लिपिक अमित कुमार को शामिल किया है. जांच दल को एएनएम के द्वारा दिये गये आवेदनों की बिंदुओं की जांच कर जांच प्रतिवेदन देने का निर्देश दिया गया है. जांच टीम को जांच रिपोर्ट 22 मई 2024 तक देने को कहा गया है. प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र समस्तीपुर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को आवेदन देकर पीड़िता के द्वारा 9 मार्च 2024 को ही शिकायत की थी.उसके शिकायत आवेदन को दो महीने से अधिक समय बीतने के बाद समस्तीपुर स्वास्थ्य उपकेन्द्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के द्वारा संज्ञान में लिया गया. एएनएम के द्वारा समस्तीपुर प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेन्द्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को दिये गये आवेदन में कहा गया है कि 1 मार्च 2024 को वह मोरदीवा एपीएचसी के लेबर रूम में गयी जहां एक डिलेवरी मरीज की जांच रिपोर्ट थी. जांच रिपोर्ट में एचबी कम था. इसको देखकर मरीज के आदमी को एचबी की जांच कराने के बारे में बोली. मरीज को आदमी को कही कि सभी जांच सरकारी में भी होती है, प्राइवेट में क्यों जाइयेगा.मरीज का आदमी ओेपीडी खुलने के बाद सब जांच करायी. इस कारण राजेश कुमार ईएमटी बोले प्राइवेट में जांच कराने से क्यों मना किया. उन्होंने ऊपर भेज देने की धमकी दी. उसके बाद से कोई न कोई बहाना बनाकर हमेशा दुर्व्यवहार करते है. एएनएम ने कहा कि उसके साथ कोई भी घटना हो सकती है. एएनएम ने समस्तीपुर के प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी से न्याय की गुहार लगायी. आरोप लगाया गया कि ईएमटी राजेश कुमार के द्वारा अवैध रूप से ब्लड जांच की जाती है. इस मामले की एएनएम ने जांच कराने की मांग की थी.
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