सुलतानगंज. श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन मिरहट्टी में मंगलवार को कथावाचिका श्रेयांशी पांडे ने राजा पृथु चरित्र व ध्रुव चरित्र, राजा भरत, असुर राज गयासुर की कथा सुनायी. उन्होने कहा कि परिवार को बचाये रखने के लिए धैर्य व संयम की आवश्यकता होती है. व्यक्ति को उन्नति के लिए आध्यात्मिकता के साथ आगे बढना चाहिए. कथा को सुनने लोगों की भीड़ उमड़ रही है.
संसार में दशरथ जैसा पिता न हुआ न होगा : देवी रश्मि किशोरी
कहलगांव. प्रखंड के बरैनी गांव में आयोजित नौ दिवसीय 11 कुंडीय श्रीश्री 1008 महाविष्णु महायज्ञ के संध्याकालीन रामकथा के सातवें दिन मंगलवार को वृंदावन से पधारी देवी रश्मि किशोरी जी ने अपने कथा का प्रारंभ श्री राम झांकी के साथ करते हुए कहा कि आज के समय में कई बार यह प्रश्न हमारे जीवन में आता है कि प्रभु राम 14 वर्ष के लिए ही बनवास क्यों गये यह श्रवन करेंगे. भगवान श्री राम ने केवट पर किस प्रकार से कृपा की और अन्य लोगों का कल्याण किया. साधु संतों पर कृपा की और भगवान राम प्रयागराज में मुनिवर भारद्वाज तथा वाल्मीकि जी से भेंट करते हुए चित्रकूट पधारे. इधर महाराज दशरथ का स्वर्गवास राम के वियोग में हुआ. संसार में पिता बहुत हुए हैं, परंतु दशरथ के जैसा पिता न हुआ है न होगा. यज्ञ में व कथा सुनने के लिए काफी संख्या में महिला श्रद्धालु तथा स्थानीय ग्रामीण और आयोजन समिति के सदस्य उपस्थित थे.शिवशक्ति महायज्ञ शिव नामावली हवन के साथ सम्पन्न
पीरपैंती. श्रीमतपुर हुजूरनगर के टोपरा टोला में बालसंत त्यागी बाबा के तत्वावधान चल रहे दो दिवसीय शिवशक्ति महायज्ञ में कथा का समापन मगंलवार को आहुति के साथ सम्पन्न हो गया. शिवशक्ति महायज्ञ के दूसरे दिन पंचांग पूजन के साथ सभी देवी-देवताओं के पूजन के पश्चात 1008 शिव नामावली से हवन किया गया. यज्ञाचार्य नरेंद्र भारद्वाज व ब्रह्मा प्रकाश चौबे, उपाचार्य हरेंद्र शास्त्री व सहयोगी वेदांती चितरंजन जी ने वैदिक मंत्रोचार से प्रतिष्ठा पूजन व हवन किया. मुख्य यजमान अमन कुमार, राजनाथ उपाध्याय, सतीश चंद्र पाठक, चंदन पाठक सपत्नीक शामिल थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है