Vat Savitri Vrat 2024: हिंदू धर्म में विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और सुखी दांपत्य जीवन की कामना से वट सावित्री व्रत रखती हैं. यह व्रत ज्येष्ठ माह की कृष्ण अमावस्या तिथि को रखा जाता है. वैदिक पंचांग के अनुसार, इस साल वट सावित्री व्रत 6 जून, गुरुवार को पड़ेगा.
Vat Savitri Vrat 2024: पूजा का मुहूर्त
ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 4:02 बजे से 4:42 बजे तक
शुभ मुहूर्त/अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11:52 बजे से दोपहर 12:48 बजे तक
धृति योग: सुबह से रात 10:09 बजे तक
रोहिणी नक्षत्र: सुबह से रात 8:16 बजे तक
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Vat Savitri Vrat 2024: पूजा विधि
व्रत की पूर्व संध्या पर घर की साफ-सफाई करें और स्नान करें. इसके बाद वट वृक्ष के नीचे देवी सावित्री और सत्यवान की पूजा करें. कच्चे सूत से वट वृक्ष की परिक्रमा करें और रात में सात्विक भोजन ग्रहण करें.
व्रत वाले दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें, हल्के पीले रंग के वस्त्र पहनें और व्रत का संकल्प लें. इसके बाद देवी सावित्री और सत्यवान की विधि-विधान से पूजा करें. कथा का पाठ करें, वट वृक्ष की परिक्रमा करें और शाम को सूर्यास्त के बाद व्रत का पारण करें.
Vat Savitri Vrat 2024: व्रत का महत्व
वट सावित्री व्रत सुहागिन महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है. इस व्रत को करने से पति की आयु लंबी होती है और दांपत्य जीवन सुखी रहता है. देवी सावित्री को सतीत्व और पतिव्रता का प्रतीक माना जाता है, इस व्रत को करने से महिलाओं में भी ये गुण बढ़ते हैं.
Vat Savitri Vrat 2024: पूजा सामग्री
देवी सावित्री और सत्यवान की मूर्ति या तस्वीर
व्रत कथा और पूजा विधि की पुस्तक
रक्षा सूत्र
कच्चा सूत
बरगद का फल
बांस का बना पंखा
पूजा का सामान (कुमकुम, सिंदूर, फल, फूल, रोली, चंदन, अक्षत, दीपक, गंध, इत्र, धूप)
सुहाग का सामान
सवा मीटर कपड़ा
मीठा ( बताशा, पान, सुपारी, पूड़ी, गुड़)
सात्विक भोजन का सामान (भींगा चना, मूंगफली, घर का बना भोजन)
पूजा का कलश
मखाना
नारियल
मिठाई
जन्मकुंडली से सम्बंधित किसी भी तरह से जानकारी प्राप्त करने हेतु दिए गए नंबर पर फोन करके जानकारी प्राप्त कर सकते है .
ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
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वट सावित्री व्रत के लिए आवश्यक पूजा सामग्री क्या है?
पूजा सामग्री में देवी सावित्री और सत्यवान की मूर्ति, व्रत कथा की पुस्तक, कच्चा सूत, बरगद का फल, बांस का पंखा, कुमकुम, सिंदूर, फूल, चंदन, दीपक, मिठाई, और सुहाग का सामान शामिल हैं.
वट सावित्री व्रत 2024 कब मनाया जाएगा?
वट सावित्री व्रत 2024 में 6 जून, गुरुवार को मनाया जाएगा.
वट सावित्री व्रत का महत्व क्या है?
वट सावित्री व्रत विवाहित महिलाओं के लिए विशेष महत्व रखता है. इसे रखने से पति की लंबी आयु और सुखी दांपत्य जीवन की कामना की जाती है.
वट सावित्री व्रत की पूजा विधि क्या है?
व्रत वाले दिन सुबह स्नान कर हल्के पीले वस्त्र पहनें. फिर देवी सावित्री और सत्यवान की पूजा करें, कथा का पाठ करें, वट वृक्ष की परिक्रमा करें और सूर्यास्त के बाद व्रत का पारण करें.
वट सावित्री व्रत 2024 में पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है?
पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 11:52 बजे से दोपहर 12:48 बजे तक रहेगा.