नवहट्टा प्रखंड के बकुनिया पंचायत का मामला. स्थापना डीपीओ ने कहा, जांचो कर दोषी शिक्षिका के विरुद्ध की जायेगी कार्रवाई नवहट्टा. भले ही शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक शिक्षा के क्षेत्र में कितना भी काम क्यों न कर ले. लेकिन जब तक उनके शिक्षक अपनी क्रिया कलाप नही सुधारेंगे. तब तक निचले स्तर के लोग शिक्षा वंचित रहेंगे ही. ताजा मामला नवहट्टा प्रखंड क्षेत्र के बकुनिया पंचायत के नव प्राथमिक विद्यालय लाल बाबू मुसहरी झरबा का है. विद्यालय में पदस्थापित सहायक शिक्षिका नूरानी बेगम का फरमान सातवें आसमान है. वे विद्यालय महीने में तीन से चार दिन पहुंचती है और पूरे महीने की उपस्थिति बना लेती है. इस माह 13 मई से 20 मई तक शिक्षिका नूरानी बेगम विद्यालय से बिना सूचना अनुपस्थित रही. लेकिन 21 मई को पहुंचकर अपनी सभी खाली उपस्थिति पंजी पर हाजिरी बना ली. जिसके बाद बीआरसी व सीआरसी ग्रुप पर फर्जीवाड़ा की उपस्थिति पंजी की तस्वीर वायरल होने लगी. हालांकि यह पहली बार नहीं है. दर्जनों बार इस तरह के मामले सामने आये है. लेकिन जांच व कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति की जाती है. विद्यालय परिवार के कुछ सदस्यों ने बताया कि उपस्थिति काटने के बावजूद बीआरसी द्वारा पूर्ण माह की उनकी उपस्थिति भेजी जाती है. इस बाबत पूछे जाने पर प्रधानाध्यापिका यशोदा कुमारी ने बताया कि नूरानी बेगम अनुपस्थित रहती थी तो हम हाजरी काट दिए थे. लेकिन जबरदस्ती उसने एक सप्ताह की उपस्थिति बना ली. हम मना करते हैं तो लड़ाई झगड़े पर उतारू हो जाती है. इस बाबत स्थापना डीपीओ संजय कुमार ने बताया कि आपके द्वारा ही मुझे ये जानकारी प्राप्त हो रही है. प्रधानाध्यापिका से स्पष्टीकरण पूछते हुए उनके द्वारा प्राप्त प्रतिवेदन के आधार पर जांच कर कड़ी कार्रवाई की जायेगी. इस तरह विद्यालय से अनुपस्थित रहकर फर्जी उपस्थिति नहीं बनाना चाहिए.
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