नैक को लेकर आयोजित कार्यशाला का समापन मुजफ्फरपुर. भारती शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय के वंदना सभागार में बुधवार को नैक को केंद्र में रखकर आयोजित वार्षिक कार्यशाला के आठवें दिन समापन सत्र का आयोजन किया गया. मुख्य वक्ता बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के भौतिकी विभागाध्यक्ष प्रो. ललन कुमार झा ने कहा कि हमारे जीवन के हर पहलू में विज्ञान सर्वव्यापी है. विज्ञान हमारे जीवन के हर हिस्से में मुख्य नायक की भूमिका निभा रहा है. निश्चित रूप से विज्ञान के कारण संचार क्रांति आ गयी है. हम पूरी दुनिया से हर स्तर पर जुड़ चुके हैं. उन्होंने विज्ञान को बुनियाद के रूप में रखते हुए अध्यात्म, महाभारत और रामायण काल से जोड़ते हुए ऊर्जा और सकारात्मक सोच पर जीवन को एक नच धारा एक नयी सोच की तरफ प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि जिस तरह से एक जौहरी किसी पत्थर को नक्काशी करने के बाद उस पत्थर को हीरे के रूप में ला देता है, उसकी कीमत बढ़ा देता है. हम सभी शिक्षकों को अपने विद्यार्थी रूपी पत्थर को तराशना चाहिए. शिक्षक और छात्रों के बीच पारस्परिक संवाद विकास का रास्ता प्रशस्त करता है. विशिष्ट वक्ता सचिव डॉ ललित किशोर ने कहा कि ऊर्जा हमारे शक्ति का मूल स्रोत है. मानसिक और शारीरिक ऊर्जा में तालमेल बैठाना और इसके अस्तित्व को समझना जरूरी है. वार्षिक कार्यशाला में प्रो. मंजू कुमारी, डॉ मिन्नी कुमारी, डॉ अनामिका रानी, डॉ सतीश चंद्र, शैलेन्द्र मिश्र, सरोज कुमार, प्रवाल बेरा, सुधीर कुमार ठाकुर, हितेन्द्र कुमार, मनोज कुमार, संजय कुमार गुप्ता, प्रतिमा कुमारी, प्रतिमा सिंह समेत अन्य उपस्थित थे. संचालन एनएसएस समन्वयक डॉ सौरभ और धन्यवाद ज्ञापन प्रो.मंजू ने किया.
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