रायडीह. रायडीह प्रखंड की 12वीं कक्षा की आदिवासी छात्रा से दुष्कर्म का मामला प्रकाश में आया है. दुष्कर्म की घटना के बाद पीड़िता ने सुरसांग थाना में आवेदन देने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं होने का आरोप लगाया है. इसके बाद पीड़िता ने थक-हार कर बुधवार को एसपी कार्यालय पहुंच कर ज्ञापन सौंप कर न्याय की गुहार लगायी है. इधर, अभियुक्त द्वारा कोई नुकसान पहुंचाने के डर से पीड़िता गुमला में बालगृह में रह रही है. परंतु, अबतक अभियुक्त की गिरफ्तारी नहीं होने से वह डरी हुई है. जबकि सुरसांग पुलिस का कहना है कि मामला दर्ज कर लिया गया है. घटना के बाद अभियुक्त फरार है, उसे पकड़ने के लिए अभियान चल रहा है. इधर, एसपी को सौंपे ज्ञापन में पीड़िता ने कहा है कि वह टेन प्लस टू की छात्रा है. वह प्रतिदिन विद्यालय जाती थी. उसी दौरान जरजट्टा महुआटोली निवासी महताब उसके साथ छेड़छाड़ करते रहता था. 30 अप्रैल 2024 को वह शाम के 4:30 बजे अपने भैंस को पानी पिलाने गयी थी. रास्ते में महताब उसे जबरदस्ती हाथ पकड़ कर जंगल ले गया और गलत काम किया. इसके बाद युवक ने धमकी देते हुए कहा है कि किसी को कुछ मत बताना नहीं, तो पूरे परिवार को गोली मार देंगे. इधर घटना के बाद पीड़िता अपने बड़े पिता के घर चली गयी. इसके उपरांत पीड़िता एक मई 2024 की सुबह अपने घर आयी और साहस कर घटना के बारे में परिजनों को बतायी. पूरा परिवार डर से चुप रहा. इसके बाद घर में सामूहिक निर्णय लेने पर परिवार के सभी लोग सात मई को सुरसांग थाना में लिखित आवेदन दिये. इसके 21 दिन होने के बाद भी सुरसांग थाना की ओर से किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई. इधर, पीड़िता छात्रा की सुरक्षा को देखते हुए उसे गुमला के बालगृह में रखा गया है. इस संबंध में पीड़िता ने आरोपी के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है. इधर, सुरसांग थाना प्रभारी संतोष कुमार सिंह ने कहा कि आवेदन मिलते थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. प्राथमिकी दर्ज होने के बाद कई बार कई स्थानों में अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है. जल्द आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होगा.
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