कोलकाता.
मध्य कोलकाता के मोचीपाड़ा इलाके से नौ महीने की बच्ची का अपहरण करने की घटना में पुलिस की टीम ने बिहार के जमुई से अपहर्ताओं को गिरफ्तार किया है. पकड़े गये आरोपियों के नाम नंद किशोर व इंद्रदेव दास हैं. उनके कब्जे से पुलिस ने अपहृत बच्ची को मुक्त करा कर उसकी मां को सौंप दिया है. इस घटना का मुख्य आरोपी सुरेश दास फरार है. पुलिस उसकी तलाश कर रही है. आरोपियों ने कहा कि बच्ची को मोटी रकम लेकर उसे बेचने के इरादे से ही उसका अपहरण किया गया था. बच्ची का अपहरण करने के बाद उसे जमुई ले जाया गया था. कैसे हुआ खुलासा : पुलिस के मुताबिक मध्य कोलकाता के मोचीपाड़ा इलाके के सूर्य सेन स्ट्रीट में फुटपाथ किनारे रहने वाली सबिला मिस्त्री ने गत 20 मई को थाने में आकर कहा कि वह देर रात को अपनी नौ महीने की बच्ची के साथ फुटपाथ किनारे सो रही थी. उसके पति सईदुल्लाह लश्कर भी उसके साथ थे. तड़के चार बजे नींद खुली, तो देखा कि उसके पास सो रही उसकी बच्ची गायब है. शिकायत के बाद पुलिस की टीम ने जांच शुरू की. पुलिस ने इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे की जांच की. इस दौरान एक रिक्शा चालक को बच्ची को उसकी मां के पास से उठा कर वैन पर ले जाते हुए देखा गया.पकड़े गये रिक्शा चालक ने दी प्लानिंग की सूचना : पुलिस के मुताबिक इस जानकारी के बाद कॉलेज स्ट्रीट के बाटा मोड़ के निकट रहने वाले इंद्रदेव दास नामक रिक्शा चालक की पहचान की गयी. उससे लगातार सख्ती से पूछताछ करने पर उसने पूरी प्लानिंग का खुलासा किया. इंद्रदेव ने कहा कि सुरेश दास उर्फ देबू नामक युवक ने बच्ची को चुराया है. उसका रिक्शा वैन लेकर सुरेश ने सूर्य सेन स्ट्रीट से बच्ची का अपहरण किया. वह उसे बिहार के जमुई जिले में एक ठिकाने पर ले गया है. इस जानकारी के बाद मोचीपाड़ा थाने से पुलिस की एक टीम जमुई के लिए रवाना हुई.
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