रांची. क्लाइमेट चेंज से पूरा विश्व प्रभावित है. देश की स्थिति का आकलन हुआ है, जिसमें झारखंड पर क्लाइमेट चेंज का सबसे ज्यादा प्रभाव देखा गया है. राज्य में भूक्षरण की भी स्थिति बनी हुई है. इसका मुख्य कारण जमीन में पोषक तत्वों की कमी के कारण मिट्टी की प्राकृतिक उर्वरता नष्ट होना है. इसका एकमात्र उपाय है कि लोग ज्यादा से ज्यादा पेड़-पौधे लगायें. इसमें वैसे पौधे शामिल करें, जो भूमि को सरंक्षण देने का काम करती हों. ये बातें प्रधान मुख्य वन संरक्षक संजय श्रीवास्तव ने कहीं. वे बुधवार को होटल बीएनआर चाणक्य में विश्व जैव विविधता दिवस के अवसर पर बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि पर्षद ने विरासत वृक्ष की पहल शुरू की है. इसकी सीख सरना स्थल से लेनी चाहिए. राज्य के आदिवासी व ग्रामीण अपने इलाके के पेड़-पाैधों को लेकर संवेदनशील हैं. शहरी क्षेत्र में विकास की गति में पेड़ का कटाव तेजी से हो रहा है. जबकि, लोगों को अपनी जीवनशैली में पर्यावरण संरक्षण को गंभीरता से शामिल करना होगा. आने वाले मॉनसून में प्रत्येक व्यक्ति कम से कम दो पौधे जरूर लगाये. प्रकृति के साथ स्वयं को जोड़ें. कार्यक्रम का आयोजन झारखंड जैव विविधता पर्षद ने किया था. इसमें मुख्य रूप से अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक एनके सिंह, अशोक कुमार और शैलजा सिंह उपस्थित थे.
फॉरेस्ट गार्ड ने साझा किये अनुभव
दलमा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी के फॉरेस्ट गार्ड राजा घोष और घनश्याम महतो ने पर्यावरण संरक्षण पर हो रहे प्रयोग व नयी पहल की जानकारी दी. बताया कि लुप्त:प्राय स्थिति में पहुंच चुके पेड़-पौधे व जड़ी-बूटी को जियो टैंगिग के जरिये संरक्षित करने का प्रयास किया जा रहा है. इसमें ग्रामीणों की मदद ली जा रही है. साथ ही उन्हें विभिन्न कार्यक्रम कर जागरूक किया जा रहा है. दिवस विशेष के मौके पर पर्षद की ओर से स्थानीय भाषा हो व संताली में तैयार की गयी पुस्तिका का विमोचन किया गया. पुस्तिका का अनुवाद डॉ सरस्वती गागरई और डॉ शकुंतला ने किया है.राज्यभर के 51 विजेता प्रतिभागी हुए सम्मानित
विश्व जैव विविधता दिवस के मौके पर राज्यभर के 13 जिले के स्कूलों में प्रतियाेगिताएं हुईं. इसमें सफल 51 प्रतिभागियों को कार्यक्रम में सम्मानित किया गया. रांची जिला से चित्रकला प्रतियोगिता में किरण कुमारी, निबंध लेखन में अमन राम, रंगोली प्रतियोगिता में स्वाति उरांव और मॉडल प्रोजेक्ट प्रतियोगिता में अमर शहीद ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव जिला सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस की टीम को प्रथम पुरस्कार मिला.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है