बोधगया. मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने गुरुवार को बोधगया में प्रेसवार्ता कर कहा कि पिछले 70 वर्षों से कांग्रेस ने एससी, एसटी व ओबीसी के साथ अन्याय किया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने बाबा साहेब आंबेडकर की भावनाओं का विरोध किया व उन्हें संसद में इंट्री नहीं दी. यहां तक कि उन्हें भारत रत्न भी नहीं दिया. भाजपा की सरकार ने बाबा साहेब को भारत रत्न से सम्मानित किया. कांग्रेस ने बाबा साहेब के चित्र को भी संसद भवन में लगाने नहीं दिया था. बाद में भाजपा ने उसे लगाया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की करनी की पोल राहुल गांधी ने खोल दिया है. यादव ने ममता बनर्जी के संदर्भ में कहा कि उन्होंने केवल तुष्टिकरण की राजनीति की और पांच लाख मुस्लिमों को ओबीसी, एससी व एसटी की हकमारी कर आरक्षण का लाभ दिया. इसे हाइकोर्ट ने भी गलत बताया है. संविधान में जाति आधारित आरक्षण की बात है न कि धार्मिक आधार पर. कांग्रेस सहित ममता बनर्जी को ओबीसी, एससी व एसटी वर्ग से माफी मांगनी चाहिए. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि 2019 में एनडीए 300 पार थी व अबकी बार सभी सहयोगी दलों को मिला कर 400 के करीब होंगे. उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार ने 25 करोड़ से ज्यादा लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकाल दिया है, जबकि केवल मध्यप्रदेश में ही दो करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर आये हैं. एमपी के सीएम ने कहा कि चुनाव का वक्त है व ऐसे समय में कांग्रेस व उसके सहयोगी दलों की पोल खुल गयी है. अब जनता को इसका फैसला करना है. इस अवसर पर भाजपा के जिलाध्यक्ष प्रेम प्रकाश व पूर्व संसद रामजी मांझी सहित अन्य मौजूद थे.
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