प्रतिनिधि, चाईबासा
जिला मोमिन कॉन्फ्रेंस ने गुरुवार को बड़ी बाजार उर्दू लाइब्रेरी स्थित एसआर रुंगटा मेमोरियल हॉल में मेधावी छात्र सम्मान समारोह आयोजित किया. जिसमें जैक बोर्ड के मैट्रिक और इंटरमीडिएट में प्रथम स्थान प्राप्त 70 मेधावी छात्र-छात्राएं सम्मानित हुईं. सम्मानित छात्रों में चाईबासा अनुमंडल के 40, चक्रधरपुर अनुमंडल के 10 और जगन्नाथपुर अनुमंडल के 20 विद्यार्थी शामिल थे. कार्यक्रम में अंजुमन इस्लामिया के सचिव मो फैयाज खान ने कहा कि मेहनत के बल पर अपनी पहचान बनाएं, मेहनत का कोई विकल्प नहीं है. इतिहास गवाह है कि गरीब व सुविधाओं से मरहूम कई लोगों ने अपनी मेहनत के बाल पर विश्व में पहचान बनायी है. मेहनत हर चुनौती में आपके लिए सफलता के नये द्वार खोलती है. असफल होने पर रुकें, नहीं बल्कि उससे सीख लेकर फिर कोशिश करें.टाइम मैनेजमेंट तय कर नियमित पढ़ाई करें : बारिक
कांफ्रेंस के संरक्षक मो बारिक ने कहा मैट्रिक-इंटर के बाद विद्यार्थी को टाइम मैनेजमेंट तय कर नियमित रूप से पढ़ाई करनी चाहिए, तभी सफलता मिलेगी. करियर का यह पहला पड़ाव है. पांच-छह साल लगन के साथ काफी मेहनत करनी है. छात्रों को करियर के लिए हमेशा सपना देखना चाहिए, इससे उत्साह बढ़ता है. अपनी सुरक्षित जिंदगी को लेकर एक करियर का चुनाव करें. ईमानदारी से मेहनत करते रहें.विद्यार्थी लक्ष्य निर्धारित कर पढ़ाई करें : नवीन
आदित्य यूनिवर्सिटी के झारखंड मार्केटिंग हेड नवीन कुमार सिंह ने कहा कि विद्यार्थी लक्ष्य निर्धारित कर पढ़ाई करें. आधुनिक युग में करियर चुनने के लिए ज्यादा भाग-दौड़ की जरूरत नहीं हैं. आज मोबाइल व कंप्यूटर पर बेहतर करियर की जानकारी मिल जाती है. वहीं, कांफ्रेंस के प्रदेश सचिव सजरूलहोदा ने बच्चों को करियर में बेहतर करने के कई टिप्स दिये. मौके पर मोअज्जम बिहारी, लक्ष्मी बरहा, मो सैफी, मो नेपाली, मो सज्जाद, मो तहसीन, असलम मंसूरी, शेख आजाद, मो गुड्डू आदि उपस्थित थे.———–
क्या कहती हैं छात्राएं
पहली बार इस तरह का सम्मान मिल रहा है. इससे भविष्य में अच्छा करने की प्रेरणा मिली है. परिवार वाले मुझे सम्मानित होते देख गौरव महसूस कर रहे हैं. -मनीषा कुमारी महतो, छात्रा—————————-सम्मानित होकर काफी उत्साहित हो रही हूं. सम्मानित होना मेरे लिए तो खास है ही, लेकिन हमसे छोटे बच्चे व युवा भी इसे प्रेरणा के रूप में लेंगे.-सिरिन परवीन, छात्रा——————————————
सम्मानित होकर काफी गौरवान्वित हूं. मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं सम्मानित होऊंगी. मेरे इस सम्मान से मेरे माता-पिता भी खुश हैं. -नूजहत सलाम नवाब, छात्रा——————————————सम्मानित होना अपने आप में बड़ी बात है. शुरुआत से पढ़ाई पूरी निरंतरता से शुरू की थी जिसका अच्छा परिणाम मिला है. पूरे परिवार के लोग खुश हैं. -तनिषा ठाकुर, छात्रा——————————
इस तरह का सम्मान प्रेरणा देता है. आगे की पढ़ाई जारी रखकर सपने को साकार करूंगी. जिससे समाज व परिवार का नाम रोशन होगा. सम्मान पाकर खुश हूं. -फलक सलीम, छात्राडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है