– मई 2023 में मकई के दाने के कारण वाहन दुर्घटनाग्रस्त होने से दो लोगों की मौत व दो जख्मी हुए थे- एनएच-31 टू लेन सड़क है. मकई का दाना रोड पर सुखाने से एक लेन मकई के दाना से कवर हो जाता है
प्रतिनिधि, नवगछिया
बीती घटनाओं से भी अगर स्थानीय लोग या प्रशासन सबक लेता तो इस वर्ष भी बीते अन्य वर्षों की तरह सड़क पर मकई के दाने सुखाए नहीं जाते. बता दें कि कदवा थाना क्षेत्र के बासा बिसुराउत सेतु पहुंच पथ पर मई 2023 में मकई के दाना पर बाइक असंतुलित होकर सामने से आ रही बाइक से टकरा गयी थी. दो लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी थी, जबकि, दो लोग घायल हो गये थे. भवानीपुर के पास भी इस कारण कई वाहन दुर्घटनाग्रस्त होते रहते हैं. लेकिन न तो स्थानीय लोग और न ही प्रशासन ही इस दिशा में ठोस पहल कर रहा है. एनएच-31 पर सूख रहे मकई के दाने इन दिनों हादसे को आमंत्रण दे रहा है. किसान एनएच-31 पर मकई की फसल को तैयार कर दाना सुखाते हैं. किसानों की इस लापरवाही से हमेशा दुर्घटना की संभावना बनी रहती है. धूप व सड़क गर्म रहने से मकई का दाना जल्दी सूख जाता है. किसान इससे बेखबर रहते हैं कि मकई के दाना पर किसी भी गाड़ी का पहिया अगर गलती से भी चला गया, तो वाहन दुर्घटना होना निश्चित है.टू लेन सड़क का एक लेन मकई के दाना से हो जा रहा कवर
रंगरा थाना मदरौनी से मकंदपुर चौक के बीच एनएच-31 पर, खरीक थाना क्षेत्र में, बाबा बिशु राउत सेतु पहुंच पथ कदवा के पास मकई का दाना रोड पर सुखाया जाता है. एनएच-31 टू लेन सड़क है. मकई का दाना रोड पर सुखाने से एक लेन मकई के दाना से कवर हो जाता है. एक लेन होकर ही गाड़ियां चलती है. इस कारण इन जगहों पर हमेशा सड़क दुर्घटना की आशंका बनी रहती है. एसडीपीओ ओम प्रकाश ने कहा कि आये दिन विभिन्न जगहों पर इस कारण सड़क हादसे हो रहे हैं. सभी थानाध्यक्षों को निर्देश दिया गया है कि यदि उनके क्षेत्र में एनएच या अन्य किसी रोड पर मकई का दाना सुखाया जाता है, तो उस पर कार्रवाई की जायेगी. किसान को कहें कि एनएच-31 पर मकई का दाना सुखाने से दुर्घटना की संभावना बनी रहती है. ऐसा करने वाले किसानों को रोकें और जागरूक करें.
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