शेखपुरा. सदर प्रखंड के हथियावां गांव में करेंट की चपेट में आने से एक पति-पत्नी की मौत हो गई. इस घटना के बाद पूरे गांव में मातम पसर गया. मृतक की पहचान गांव के स्व अरुण सिंह के 45 वर्षीय पुत्र रजनीश कुमार उर्फ थमन सिंह तथा 40 वर्षीय उसकी पत्नी प्रीतम सिन्हा के रूप में की गई है. घटना के बाद मृतक के परिवार में एक बूढ़ी मां तथा तीन छोटे-छोटे बच्चे रह गए हैं. इनमें 11 साल की एक पुत्री, जबकि दूसरी नौ साल की है, तीसरा पुत्र सात साल का शामिल है. दंपति की मौत के बाद इन बच्चों के ऊपर से मां-बाप का साया उठ गया. ग्रामीणों ने बताया कि घर के बगल में बिजली के खंभे में करंट प्रवाहित हो रही थी. जिसमें प्रीतम का शरीर स्पर्श कर जाने के कारण वह करंट के चपेट में आ गयी. बाद में घर में स्नान कर रहे रजनीश दौड़ कर पत्नी को बचाने पहुंचा. इसी दौरान वह भी करेंट की चपेट में आ गया. बाद में आनन- फानन में ग्रामीणों की सहायता से दोनों को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया. जहां चिकित्सकों द्वारा पति और पत्नी को मृत घोषित कर दिया गया. घटना की खबर मिलते ही बरबीघा विधानसभा से जदयू विधायक तथा मृतक के ग्रामीण सुदर्शन कुमार सदर अस्पताल पहुंचे. साथ ही मृतक के परिवारवालों को ढांढस बंधाया. विधायक ने घटना पर गहरी शोक संवेदना प्रकट की है. मृतक रजनीश की बहन और बच्चे की सड़क हादसे में गई थी जान
बता दें कि घटना में मृत रजनीश कुमार दो भाई बहन था. कुछ साल बहन और उसके बच्चों की भी असामयिक मौत सड़क दुर्घटना में हो गई थी. घटना के बाद परिवारवालों के आंखो से आंसू नहीं निकाल पा रहा है. हालांकि,ग्रामीणों का रोते-रोते बुरा हाल हो गया है. बाद में हथियावां थाना पुलिस मृत दंपति के शव को जब्त कर पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया है. इस बाबत थानाध्यक्ष विजय कुमार ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि पुलिस शव को जब्त कर पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया है.
पहले पति, फिर बेटी के साथ नाती-नतिनी,अब बेटे-बहु खोने के गम से आंखें पथराई
जीविका दीदी रामजनी देवी का दुखों से पुराना संबंध है. भगवान लगातार उसकी एक के बाद दूसरी कड़ी परीक्षा लेने में लगे हुए हैं. मृतक पुत्र संयुक्त परिवार में बड़े चाचा वाम दल के नेता सवर्गीय श्री निवास सिंह के बच्चों के देखदेखी अपनी मां को चाची बोलकर संबोधित किया करता था. रामजनी देवी डेढ़ दशक पहले भरी जवानी में पति अरुण सिंह की मौत अचानक पेट दर्द से हो गई थी. इसके बाद वह बच्चों का लालन-पालन कर शादी- विवाह की. इसी बीच 2018 में उसकी एक मात्र विवाहिता पुत्री रूपा कुमारी अपने दो बच्चों के साथ सड़क हादसे की शिकार हो गई. इसमें एक नाती और एक नतिनी की भी जान चली गई थी .अभी वह इस दुख से उबर ही रही थी कि शुक्रवार की सुबह “ब्लैक फ्राइडे” बनकर सामने आ गया. इस दिन एकमात्र बेटा और बहू करंट की चपेट में आकर काल के गाल में समा गई. बेटे-बहु के बिजली की करंट के चपेट में आने के बाद अब दो पोतियों और एक पोते की परवरिश की जिम्मेदारी उनके कंधों पर ही हैं. घटना के समय रामजनी देवी घर पर नहीं थी. उसके दोनों पोतियां और पोते भी गांव के विद्यालय में पढ़ने चले गए थे. सदर अस्पताल में दोनों शव के सामने रामजनी देवी की आंखें पथरा गई थी. उसके आंखों से आंसू नहीं निकल रहे थे. हालांकि इस घटना की सूचना पर गांव से सैकड़ो महिला और पुरुष सदर अस्पताल पहुंचकर उसे ढांढस बढ़ाने का प्रयास कर रहे थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है