–घटना के नौ दिन बाद निगम की खुली नींद –दर्ज केस में आरोपित बनाये गये प्रतीक झुनझुनवाला ने कहा, गलत करने का विरोध और अपना पक्ष भी नहीं रख सकती है जनता खलीफाबाग चौक से वेरायटी चौक के बची अतिक्रमण हटाने पहुंची नगर निगम की टीम पर गलत तरीके से कार्रवाई करने का आरोप लगाते हुए लोगों ने विरोध कर दिया था. विगत 14 मई को हुए स्थानीय लोगों के विरोध के बाद टीम को वापस लौटना पड़ा था. उक्त मामले में नगर निगम की टीम की नींद नौ दिन बाद खुली. इसके बाद टीम के साथ गये चालक कर्मी उत्तम कुमार सिंह के लिखित आवेदन पर कोतवाली थाना में गुरुवार को आवेदन दिया गया था. इसके आधार पर पुलिस ने मामले में केस दर्ज किया है. इसमें कृष्णा सिल्क घर का मालिक बता प्रतीक झुनझुनवाला को नामजद आरोपित बनाया गया है. मामले में सरकारी कार्य में बाधा डालने के साथ साथ मारपीट और दुर्व्यवहार किये जाने की धाराओं में भी केस दर्ज किया गया है. उक्त मामले को लेकर प्रतीक झुनझुनवाला ने बताया कि उनके द्वारा नगर निगम सहित सरकारी विभागों द्वारा सरकारी तंत्रों का दुरुपयोग किये जाने को लेकर भागलपुर से लेकर पटना और चुनाव आयोग तक को कई बिंदुओं पर पत्राचार कर कार्रवाई करने की लगातार मांग की गयी. उनके द्वारा कई मामलों में विभागों द्वारा की गयी गलत कार्रवाई को लेकर हस्ताक्षर अभियान भी चलाया है. उन्होंने बताया कि जिस दिन की घटना को लेकर एफआइआर दर्ज करायी गयी है उस दिन और उस वक्त की सभी वीडियो और ऑडियो फुटेज उनके पास मौजूद है. इससे कि साफ पता चल रहा है कि सारे आरोप निराधार है. नगर निगम ने जानबूझ कर परेशान करने के लिए यह किया गया है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ दिन पूर्व ही निगम द्वारा बुलडोजर भेज कर उन्हें और उनके परिवार को हानि पहुंचाने की कोशिश की गयी. साजिश के तहत उनकी दीवार पर लगे बैनर को फाड़ा गया था. मौके पर मौजूद पदाधिकारी से इसकी शिकायत की थी.
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