Nautapa 2024 Date: नौतपा गर्मी के मौसम से जुड़ा एक शब्द है, जिसका अर्थ होता है ‘नौ दिनों की भीषण गर्मी’ ज्येष्ठ माह में इन 9 दिनों में भीषण गर्मी का प्रभाव देखने को मिलता है. ज्योतिष गणना के अनुसार, नौतपा 25 मई यानी आज से लेकर 2 जून तक रहने वाला है. पूरे 9 दिनों तक सूर्य की किरणें सीधे पृथ्वी पर पड़ती हैं, जिससे तापमान बहुत ज्यादा बढ़ जाता है. पहले ही उत्तर प्रदेश ,पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली का गर्मी से बुरा हाल है. राजस्थान और गुजरात में भी गर्मी तबाही मचा रही है. यहां तक कि शिमला में भी सूरज आसमान से आग बरसा रहा है. आइए जानते हैं कि नौतपा कब लगता है और इस दौरान गर्मी से राहत पाने के लिए क्या करना चाहिए.
नौतपा शुरू
हिंदू पंचांग के अनुसार इस बार 25 मई की सुबह 03 बजकर 16 मिनट पर सूर्यदेव रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे, जहां 08 जून की दोपहर 01 बजकर 16 मिनट तक रहने वाले हैं, इसके बाद सूर्यदेव मृगशिरा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे. ऐसे में नौतपा की शुरुआत 25 मई से होगी, जो 2 जून तक रहेगी.
कब लगता है नौतपा?
शास्त्रों के मुताबिक, जब-जब ज्येष्ठ मास में सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करता है तो गर्मी बढ़ जाती है और 9 दिनों तक भीषण गर्मी होती है, इसे ही नौतपा कहते हैं. क्योंकि, रोहिणी नक्षत्र चंद्रमा का नक्षत्र है और सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करने से चंद्रमा की शीतलता कम हो जाती है, इसके साथ ही इस अवधि में सूरज धरती के और करीब आ जाता है, जिससे धरती का तापमान और भी अधिक बढ़ जाता है. 22 जून को ज्येष्ठ मास समाप्त होने के बाद गर्मी से राहत मिलेगी. उस समय सूर्य आद्रा नक्षत्र के प्रवेश कर जाएगा और धरती पर बारिश के मौसम की शुरुआत हो जाएगी.
नौतपा में क्या करें?
1. नौतपा में हल्का भोजन करें और ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए.
2. नौतपा में पक्षियों के लिए जल भरकर रखना चाहिए. ऐसा करने से शुभ फल मिलता है.
3. इस दौरान राहगीरों के लिए भी जल की व्यवस्था करनी चाहिए.
4. नौतपा में शिवलिंग पर जल चढ़ाना भी शुभ माना जाता है.
5. इस महीने में हनुमान जी की पूजा का विशेष महत्व होता है.
6. इसी महीने में हनुमान जी की मुलाकात भगवान श्रीराम से हुई थी.
नौतपा में सूर्य देव को प्रसन्न कैसे करें
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, नौतपा में विधि-विधान से सूर्यदेव की उपासना करने से कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत होती है और जीवन में प्रसन्नता आती है. रोज सुबह सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करने के बाद तांबे के लोटे से सूर्य को अर्घ्य दें. ऐसा करने से जीवन में सकारात्मकता आती है और ऊर्जा बनी रहती है.
इस दौरान गर्मी से राहत पाने के लिए रखे ये सावधानियां
इस दौरान दिन के समय यात्रा करने से बचना चाहिए, क्योंकि नौतपा में सूरज की गर्मी से पूरी धरती तपती है.
नौतपा में अधिक मिर्च, मसाले और तेल वाली चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए.
नौतपा के दौरान तूफान, आंधी आने की आशंका काफी बढ़ जाती है.
इसलिए शादी, मुंडन और बाकी मांगलिक कार्यों को करने से बचना चाहिए.
नौतपा में किन चीजों का दान करना चाहिए
- हिंदू धर्म में नौतपा के 9 दिनों में दान करने का भी कहा गया है.
- इस दौरान राहगीरों को पानी पिलाना सबसे अच्छा माना जाता है.
- आप चाहें तो जगह-जगह प्याऊ भी खुलवा सकते हैं. ऐसा करना बेहद शुभ माना जाता है.
- नौतपा में शरबत, दूध, दही, छाछ का दान करना शुभ माना जाता है.
- इसके साथ ही मौसमी फलों का दान भी कर सकते हैं.
- जरूरतमंदों को खरबूजा, तरबूज, आम और गुड़ या चीनी दान कर सकते हैं.
- ऐसा करने से सूर्य देव की असीम कृपा प्राप्त होती है. जीवन में सुख-समृद्धि आती है.