Lok Sabha Election 2024 : पश्चिम बंगाल की आठ लोकसभा सीट के लिए शनिवार को छठे चरण के मतदान के दौरान कुछ इलाकों से हिंसा की छिटपुट घटनाओं की खबरें आई हैं. हालांकि, आयोग ने दावा किया कि मतदान अब तक शांतिपूर्ण रहा है.
- कहीं पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में खराबी और एजेंट को बूथ में प्रवेश करने से रोकने का आरोप लगाया गया है.
- मतदान अभिकर्ताओं को बूथ में प्रवेश करने से रोकने को लेकर घाटाल निर्वाचन क्षेत्र में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के समर्थकों के बीच कथित तौर पर झड़प हुईं है. भाजपा उम्मीदवार हिरण्मय भट्टाचार्य ने दावा किया कि टीएमसी के गुंडे उत्पात मचा रहे हैं और मतदान प्रक्रिया में बाधाएं पैदा कर रहे हैं. हिरण्मय भट्टाचार्य ने आरोप लगाया, हमारे एजेंट को मतदान केंद्र के अंदर बैठने की अनुमति नहीं दी जा रही है.
- भाजपा कार्यकर्ताओं ने सड़क पर प्रदर्शन किया और टायरों में आग लगा दी. हालांकि, इस सीट से दोबारा चुनाव लड़ रहे मौजूदा टीएमसी सांसद दीपक अधिकारी उर्फ देव ने आरोपों को खारिज कर दिया. कांथी निर्वाचन क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों से भी हिंसा की छिटपुट घटनाएं सामने आईं.भाजपा कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय बलों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और उन पर मतदाताओं पर हमला करने का आरोप लगाया.
- भाजपा उम्मीदवार सौमेन्दु अधिकारी ने दावा किया, टीएमसी और केंद्रीय बल हमारे खिलाफ काम कर रहे हैं. वे हमारी पार्टी के समर्थकों की पिटाई कर रहे हैं.
- मिदनापुर निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा उम्मीदवार अग्निमित्रा पॉल को टीएमसी कार्यकर्ताओं के “वापस जाओ” के नारे का सामना करते देखा गया.इसके बाद, भाजपा और टीएमसी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई, फलस्वरूप केंद्रीय बलों को मौके पर भेजा गया, जिन्होंने भीड़ को तितर-बितर किया.
- इस बीच, तमलुक में एक मतदान केंद्र पर लोगों के एक समूह ने भाजपा उम्मीदवार और कलकत्ता उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश अभिजीत गंगोपाध्याय के खिलाफ नारे लगाए. अधिकारी ने बताया कि स्थिति को नियंत्रित करने और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षाकर्मियों की एक बड़ी टुकड़ी तैनात की गई.
- बांकुड़ा निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री सुभाष सरकार को क्षेत्र के एक बूथ का दौरा करते समय विरोध का सामना करना पड़ा.पुलिस ने बताया कि शुक्रवार रात पूर्वी मेदिनीपुर जिले के महिषादल में एक तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ता की अज्ञात लोगों ने हत्या कर दी.मृतक की पहचान शेख मोइबुल के रूप में की गई है.वह स्थानीय पंचायत समिति का सदस्य था.